मेरठ ब्यूरो। स्कूल चलो अभियान के तहत जिले में 25 हजार से अधिक बच्चों को स्कूल की राह मिल गई। जिले में तय लक्ष्य के सापेक्ष 72 प्रतिशत नामांकन बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए हैं। कोविड के बाद से आउट ऑफ स्कूल बच्चों को स्कूल भेजने का सबसे अधिक आंकड़ा है। शासन द्वारा जिले में 30 अप्रैल तक 29 हजार 337 बच्चों के नामांकन पूरे कराने के निर्देश दिए थे, हालांकि आंकड़ा पूरा तो नही हुआ पर 25 हजार के पार तो हो ही गया है।

25, 527 बच्चों के हुए नामांकन

शासन द्वारा जारी आंकड़ों के तहत जिले में 25, 527 बच्चों के नामांकन स्कूल चलो अभियान के तहत हो पाएं हैं।इसमें से सबसे अधिक नामांकन मेरठ नगर में हुए हैं।वहीं प्रदेशभर में नामांकन कराने में 36वें नंबर पर हैं, पहले स्थान पर वाराणासी हैं। यहां 176 प्रतिशत नामांकन तय लक्ष्य के सापेक्ष तय किए हैं यहां कुल 76129 नामंकन कराएं गए हैं।

लक्ष्य पूरा कराने पर जोर

शासन द्वारा ऐसे सभी जिलों को लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिए हैं जहां नामांकन कम हुआ है। मेरठ में भी लक्ष्य को जल्द से जल्द हासिल करने के लिए कहा गया है। ऐसे में अब नई डेडलाइन को 15 मई तय किया है, इस डेडलाइन तक लक्ष्य पूरा हो जाए ये कहा है। इसके साथ बीएसए ने भी सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को ऐसी सभी जगहों पर नामांकन कराने के लिए कहा है जहां संख्या कम रहा गई है, उसको पूरा किया जाए।

किया जाएगा सम्मानित

बीएसए विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि जो इस अभियान में जुड़े उनको बाद में सम्मानित भी किया जाएगा। इनमें जो सबसे अधिक काम कर रहे हैं उनके कार्यो के आधार पर अलग से भी पुरस्कृत करने की योजना बनाई जा रही है।

बच्चों को करेंगे प्रोत्साहित

बीएसए विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों को स्कूलों में रोकने के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार दिए जाएंगे, लेकिन वो विभिन्न प्रतियोगिता करवाकर उनके उपहार के रुप में व अच्छा पढऩे पर छोटी छोटी एक्टिविटी पर दिए पुरस्कार दिए जाएंगे ताकि उनको आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होनें बताया कि गांव-गांव में पुरस्कार योजना व पेरेंट्स को जागरुक करने का काम किया जा रहा है। जो अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं उनको भी पुरस्कृत किया जाएगा।