नई शिक्षा नीति के तहत सीसीएसयू की ऑनलाइन बैठक में हुआ फैसला

एमफिल में रजिस्ट्रेशन कराने वाले 1262 स्टूडेंट्स की वापस होगी फीस

वीसी ने कहा, सभी शिक्षक नई शिक्षा नीति के लिए खुद को करें अपग्रेड

Meerut। मंगलवार को सीसीएसयू ने एमफिल के संबंध में एक ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता वीसी प्रो। एनके तनेजा ने की। इसी बैठक में एमफिल को बंद करने के साथ ही इंटरनल एग्जाम को भी जल्द कराने का फैसला लिया गया है। वहीं बैठक के दौरान ऑनर्स कोर्स व मास्टर डिग्री में सलेबस को अपग्रेड करने पर भी विचार किया गया।

वापस होगी फीस

वीसी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत एमफिल के कोर्स को इस साल से बंद कर दिया गया है। इस साल किसी भी एडमिशन को नहीं लिया जाएगा। वीसी ने कहा कि जिनका रजिस्ट्रेशन हो गया है उनकी फीस वापस लौटा दी जाए। इस साल 1262 रजिस्ट्रेशन किए गए थे। दरअसल, सीसीएसयू में 1965 से एमफिल होती आ रही है।

अपग्रेड होंगे सभी कोर्स

वीसी प्रो। तनेजा ने कहा कि एमफिल कोर्स की बंद करने के साथ ही सभी विभागों के यूजी व पीजी के कोर्स को नई शिक्षा नीति के तहत अपग्रेड किया जाएगा। यूनिवíसटी में एमफिल कोर्स बंद होने से अब कई विभागों में शिक्षक अपनी डिग्री को अपग्रेड करने का प्रयास करेंगे।

कि जाए क्लासेज शुरु

वीसी ने कहा है कि सभी विभागों में थर्ड सेमेस्टर की पढ़ाई शुरू हो गई है। सभी टीचर ऐसे में क्लासेज पर पूरा ध्यान दें, लेक्चर को अपडेट करें और वेबसाइट पर लिंक डालें। साथ ही वीसी ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इंटरनल एग्जाम कराने की तैयारी में सीसीएसयू जुट जाए। वीसी ने कहा कि ऑनर्स कोर्स में दूसरे फैक्ल्टी के प्रोग्राम भी स्टूडेंट को ऑफर करें।

नैक की तैयारी करें

वीसी ने कहा कि सभी कॉलेजों और यूनिवíसटी को मिलकर अपने यहां नैक की तैयारियां करनी चाहिए, क्योंकि जल्द ही नैक निरीक्षण होने वाला है। इसके अलावा वीसी ने कहा कि सभी शिक्षक नई शिक्षा नीति को ठीक से पढें, खुद की क्षमताओं को बढ़ाएं और जल्द से जल्द शिक्षा नीति को लागू करने के लिए तैयार रहें। वीसी ने कहा कि कैंपस में रिसर्च को बढावा दें और रिसर्च की क्वालिटी में और सुधार करें। क्वालिटी अपग्रेडेशन समय की मांग है इसीलिए सब खुद को अपडेट रखें।

ये रहे मौजूद

इस दौरान प्रति कुलपति प्रो। वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, चीफ प्रोक्टर प्रो। वीरपाल सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो। भूपेंद्र सिंह, प्रो। हरे कृष्णा, प्रो। नवीन चंद्र लोहानी, प्रो। दिनेश चंद्र, प्रो। एवी कौर, प्रो। मृदुल गुप्ता, प्रो। एसएस गौरव, प्रो। जितेंद्र ढाका, प्रो। योगेंद्र सिंह, प्रो। असलम जमशेदपुरी, प्रो। नीलू जैन, डॉ। राजीव सिजेरिया, प्रो। शैलेंद्र शर्मा, डॉ। मनोज कुमार श्रीवास्तव, डॉ। विवेक त्यागी और डॉ। श्रद्धापाल आदि मौके पर मौजूद रहे।