सरकारी कार्यालयों के बाहर ही खुलेआम हो रही वसूली

30 से अधिक अवैध पार्किंग को जारी नोटिस, 12 वैध पार्किंग

Meerut। शहर में जगह-जगह खुलेआम चल रही अवैध पार्किंग वाहन चालकों की जेब से ज्यादा नगर निगम की आय पर डाका डाल रही है। इसके बाद भी नगर निगम इन पार्किंग पर शिकंजा कसने में निगम की अनदेखी सामने आ रही है। स्थिति यह है कि शहर के अधिकतर सरकारी कार्यालयों से लेकर शॉपिंग कॉम्पलेक्स के बाहर खुलेआम पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। इतना ही नहीं, खुद नगर निगम कार्यालय से 500 मीटर दूरी पर अवैध पार्किंग चल रही है, यहां भी निगम की अनदेखी जारी है।

निगम की पाíकग

पिछले माह ही नगर निगम ने पाíकग के लिए 12 ठेके फाइनल किए थे। हालांकि यह ठेके शहर में 25 जगह के लिए निकाले गए थे। मगर लॉकडाउन के चलते अधिकतर ठेकेदारों ने ठेके नहीं लिए। ऐसे में निगम ने मात्र 12 जगह पर ही पार्किंग का ठेका फाइनल किया था। इसके चलते निगम की आय इस बार काफी घट गई है। मगर शहर में अवैध पार्किंग बदस्तूर चल रही है।

घंटाघर डाकघर के बाहर

हालत यह है कि खुद नगर निगम से महज 500 मीटर दूर जिला अस्तपाल रोड पर प्रधान डाकघर के बाहर ही अवैध पार्किंग का खुलेआम संचालन हो रहा है। इस पार्किंग में बकायदा नगर निगम के नाम से फर्जी पर्ची तक काटी जा रही है। शनिवार को जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने अपनी बाइक पार्क करने के लिए पर्ची मांगी तो पार्किंग कर्मचारी ने पर्ची दिखाकर वापस ले ली। जब रिपोर्टर ने पर्ची देने को कहा तो कर्मचारी ने नियम बताकर पर्ची देने से इंकार कर दिया। पार्किंग ठेकेदार ने बताया कि निगम के द्वारा अनुमति मिली हुई ह। मगर जब रिपोर्टर ने निगम के अधिकारी से बात करने के लिए कहा तो ठेकेदार जल्द निगम से अनुमति लेने की बात कहकर वहां से चला गया।

इन स्थानों पर निगम की पार्किंग

कैलाशी हॉस्पिटल

सम्राट हैवेंस के सामने

कचहरी पूर्वी गेट हनुमान मंदिर के सामने

मूलचंद शर्बती देवी हॉस्पिटल

मिमहेंस हॉस्पिटल के बाहर

लोकप्रिय हॉस्पिटल के बाहर

टाउन हॉल

सूरजकुंड पार्क

बेगमपुल नाला पटरी

आनंद हॉस्पिटल के बाहर

सिटी सेंटर स्टार प्लाजा

न्यूटीमा हॉस्पिटल के बाहर

घंटाघर के बाहर पार्किंग अवैध है। हमने पहले भी शिकायत पर इसे बंद कराया था लेकिन ये फिर चालू कर दी गई है। इस पर जल्द एक्शन होगा। इसके अलाव भी शहर में संचालित कई अवैध पार्किंग पर कार्रवाई कर बंद कराया जाएगा।

इंद्र विजय, सहायक नगरायुक्त