काली नदी को गंदा किया तो एसटीपी प्लांट को देना होगा जुर्माना

नगर निगम ने एसटीपी प्लांट को दिया अक्टूबर तक का समय

15 लाख रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा तीनों नालों की सफाई न होने पर

300 मिलियन लीटर नाले का गंदा पानी प्रतिदिन काली नदी में बहाया जा रहा है

72 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को अक्टूबर तक नालों के पानी को साफ करने के निर्देश

Meerut। शहर के नालों के गंदे पानी को बिना साफ किए ही काली नदी में बहाया जा रहा है। इस पर एनजीटी की फटकार के बाद अब नगर निगम भी सख्त हो गया है। नालों के पानी को साफ करने के लिए जिम्मेदार कार्यदायी संस्था को अक्टूबर तक का समय दिया गया है। निगम के अनुसार शहर के नालों में सीवरेज का गंदा पानी साफ किए बिना ही बहाया जा रहा है। इससे निगम के लाख प्रयास के बाद भी शहर के नाले साफ होने का नाम नही ले रहे हैं और नालों से सीधा गंदा पानी काली नदी में जाकर काली नदी को भी दूषित कर रहा है। ऐसे में अब यदि एसटीपी संचालक कंपनी अक्टूबर तक नालों का पानी पूरी तरह साफ नही करती है तो निगम द्वारा प्रति माह 15 लाख रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा।

एनजीटी भी सख्त

दरअसल गत माह एनजीटी में एक जनहित याचिका के जरिए शिकायत की गई थी कि मेरठ शहर से करीब 300 मिलियन लीटर नाले का गंदा पानी प्रतिदिन बिना साफ किए ही काली नदी में बहाया जा रहा है। इससे काली नदी दूषित हो रही है और काली नदी के माध्यम से गंगा नदी में गंदा पानी जा रहा है जिससे गंगा नदी भी प्रदूषित हो रही है। ऐसे ंमें इस शिकायत को एनजीटी ने गंभीरता से लेते हुए नगर निगम को फटकार लगाई थी। ऐसे में नगर निगम ने अब इन नालों के पानी को साफ करने के लिए कार्यदायी संस्था 72 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को अक्टूबर तक नालों के पानी को पूरी तरह साफ करने का समय दिया है।

अक्टूबर से लगेगा जुर्माना

- एसटीपी के माध्यम से अक्तूबर तक नालों को साफ करने के आदेश

- शहर के तीन प्रमुख नालों को साफ करने की हो रही व्यवस्था

- आबूनाला-1, आबूनाला-2 और ओडियन नाले के गंदे पानी को शत प्रतिशत साफ करने की व्यवस्था

- अक्टूबर तक साफ होने के बाद ही नालों को पानी को काली नदी में बहाया जाएगा।

- यदि एसटीपी प्लांट संचालकों ने अक्टूबर तक पानी को शत प्रतिशत साफ करने की व्यवस्था नही, तो होगी कार्रवाई

नगर निगम अक्तूबर के बाद 5- 5 लाख रुपए प्रति नाला यानि 15 लाख रुपये प्रति माह बतौर जुर्माना वसूलेगा।

- इस आदेश के बाद एसटीपी की योजना पर तेजी से काम शुरु हो गया है।

- 72 एमएलडी का एसटीपी के साथ ही जल्द जागृति विहार एक्सटेंशन में 220 एमएलडी प्लांट शुरू होगा।

वर्जन-

गत माह एनजीटी के आदेश के बाद इस व्यवस्था के लिए एसटीपी कार्यदायी संस्था को आदेश दे दिया गया है। कंपनी के कार्य की अगले माह समीक्षा की जाएगी यदि पानी को साफ किए बिना ही काली नदी में बहाया जाता मिला तो जुर्माना वसूला जाएगा।

- ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त