नगर आयुक्त बोले, निगम की आय कम नहीं होने देंगे

Meerut। नगर निगम क्षेत्र की 17 में से 14 वाहन पार्किंग के ठेके रद होने से निगम की आय को तगड़ा झटका लगा है। इससे उबरने के लिए अब नगर निगम शहर के प्रमुख बाजारों में छोटे-छोटे स्थलों की तलाश कर वहां पार्किंग ठेके छोड़ने का काम करेगा।

नहीं किया भुगतान

मालूम हो कि 17 स्थलों पर पार्किंग ठेके से निगम को करीब 92 लाख की आय होती। लेकिन सभी पार्किंग ठेकेदारों ने पूरा भुगतान नहीं किया है। निगम के खाते में करीब 15 लाख रुपये ही इन पार्किंग ठेकों के एवज में आए हैं। नगर आयुक्त मनीष बंसल ने कहा कि शहर में पल्लवपुरम, मोदीपुरम, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के सामने, जागृति विहार, शास्त्रीनगर में पार्किंग के लिए जगह देखी गई हैं। कुछ मार्केट हैं, जहां छोटे-छोटे स्थान उपलब्ध हैं। वहां पार्किंग ठेके छोड़े जा सकते हैं। इसी तरह गढ़ रोड, हापुड़ रोड, दिल्ली रोड पर भी जगह देखेंगे। अब पार्किंग ठेके छोड़ते समय शासन की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। सड़क पटरी पर पार्किंग ठेके नहीं छोड़े जाएंगे। शौचालय, पीने के पानी, बैठने के लिए शेड की व्यवस्था भी कराई जाएगी। जल्द ही नए स्थानों को चिह्नित कर पार्किंग ठेके छोड़े जाएंगे। नगर आयुक्त ने कहा कि वित्तीय वर्ष में पार्किंग ठेकों से निगम की आय कम नहीं होने दी जाएगी।

निरीक्षण पर निकले अफसर, अवैध वसूली करने वाले गायब

शनिवार सुबह सड़क पटरी पर पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली जारी रही। गढ़ रोड, वेस्टर्न कचहरी रोड पर संचालित पार्किंग स्थलों पर ये कारनामे नजर आए। सूचना पर दोपहर बाद सहायक नगर आयुक्त द्वितीय इंद्र विजय रद किए गए 14 पार्किंग ठेका स्थलों का निरीक्षण करने निकले। भनक लगते ही रोक के बाद भी पर्ची काट रहे लोग पार्किंग स्थलों से गायब हो गए। सहायक नगर आयुक्त ने निरीक्षण के बाद रद की गईं 14 पार्किंग के ठेकेदारों को निर्देशित किया कि वे अपने कर्मचारी पार्किंग स्थलों से हटा लें। इन स्थानों पर किसी भी प्रकार की पार्किंग शुल्क वसूली अब अवैध मानी जाएगी। पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रवर्तन दल को सोमवार से अवैध पार्किंग के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया।