अटैची चोर ग्यास पहलवान और जाकिर को उठाने गई थी पुलिस

वांछित नहीं होने पर भी पुलिस ग्यास पहलवान को उठा ले आई

Meerut : श्यामनगर में दबिश देने गए नौचंदी थाने के सिपाही और उसके गैरपुलिस साथियों को घेरकर आरोपी के परिजनों ने हमला कर दिया। भीड़ ने इनकी कार के शीशे तोड़ दिए। पुलिस जाकिर के बेटे को थाने ले आई। जाकिर और अटैची चोर ग्यास पहलवान नौचंदी थाने से किसी भी मुकदमे में वांछित नहीं हैं। पुलिस के चले जाने पर परिवार के लोगों ने सीसीटीवी फुटेज को वायरल कर दिया।

नहीं दी सूचना

गुरुवार को नौचंदी थाने का सिपाही निकुंज यादव कुछ आम युवकों को निजी कार में लेकर लिसाड़ी गेट के श्यामनगर में अटैची चोर ग्यास पहलवान और जाकिर को उठाने पहुंचा। जाकिर के घर में नहीं मिलने पर पुलिस ने उसके बेटे को कार में बैठा लिया। इस पर भीड़ ने पुलिस को घेर लिया। बमुश्किल ये लोग थाने तक आए। पुलिस पर हमले की घटना को थाने में दर्ज तक नहीं किया गया। लिसाड़ीगेट पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। इंस्पेक्टर संजय वर्मा का कहना है कि पुलिस दबिश के लिए गई थी, लेकिन उस पर हमला नहीं हुआ है।

ये उठ रहे सवाल

एडीजी से लेकर कप्तान तक आदेश कर चुके हैं कि पुलिस बल के साथ दबिश दी जाए। उसके बाद भी नौचंदी थाने का सिपाही निजी युवकों के साथ दबिश डालता है। गुरुवार को भी थाने का कोई दारोगा दबिश में नहीं गया था। दबिश में सरकारी गाड़ी का भी उपयोग नहीं किया गया। जिनके घर दबिश दी गई, वह नौचंदी थाने से किसी मुकदमे में वांछित नहीं हैं।

इन्होंने कहा-

नौचंदी पुलिस की ओर से लिसाड़ी गेट क्षेत्र में डाली गई दबिश की जांच कराई जाएगी। निजी युवकों के साथ दबिश क्यों दी गई। इसकी जांच सीओ को सौंपी गई है।

-अजय साहनी, एसएसपी