एक्स्ट्रा करिकुलर की जगह इलेक्टिव कोर्स में शामिल करने की तैयारी

मेरठ समेत प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में कोर्स शुरू करने के लिए कमेटी गठित

Meerut। विश्वविद्यालय और कालेजों में अभी तक एनसीसी को छात्र-छात्राएं एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के तौर पर लेते थे। इसका लाभ उन्हें आगे प्रवेश और नौकरियों में मिलता था। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अब एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की तैयारी है।

समिति में पांच सदस्य नामित

देश के सभी विश्वविद्यालयों में एनसीसी को वैकल्पिक विषय के तौर पर शुरू करने के लिए एनसीसी महानिदेशालय ने अनुशंसा की थी। इस पर यूजीसी ने भी निर्देश दिए हैं। एनसीसी ने इसका विस्तृत सिलेबस डिजाइन किया है। उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में शुरू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक की अध्यक्षता में बनी समिति में पांच सदस्य नामित किए गए हैं। समिति में चौधरी चरण सिंह विवि के सांख्यिकी विभाग के प्रोफेसर हरे कृष्ण और केएमजी पीजी कालेज, बादलपुर के डॉ। दिनेश शर्मा समन्वयक नामित हुए हैं। समिति को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2021-22 में एनसीसी को इलेक्टिव सब्जेक्ट के रूप में संचालित करने के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा गया है। समिति ने एनसीसी को विश्वविद्यालय के अनुसार सिलेबस तैयार करने के लिए कहा है।

24 क्रेडिट का कोर्स

एनसीसी निदेशालय की ओर से अभी 24 क्रेडिट का कोर्स डिजाइन किया गया है। इलेक्टिव कोर्स में एनसीसी लेने पर छात्र की डिग्री में इस विषय का उल्लेख होगा। उसके क्रेडिट एकेडमिक में जुड़ जाएंगे। इस कोर्स में पहले से छठे सेमेस्टर तक एक थ्योरी और एक प्रैक्टिकल रखा है। तीसरे और पांचवें सेमेस्टर में पांच-पांच कैंप को जोड़ा गया है।

14 टापिक कॉमन

एनसीसी के सिलेबस में 14 टापिक कॉमन हैं। इसमें एनसीसी का परिचय, राष्ट्रीय एकता, ड्रिल, हथियारों की ट्रे¨नग, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व, आपदा प्रबंधन, सामाजिक सेवा, हेल्थ, एडवेंचर, पर्यावरण जागरूकता जैसे विषय लिए हैं। इसके अलावा आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के विशेष कोर्स में मैप री¨डग, हथियारों के रखरखाव, संचालन आदि पढ़ाया जाएगा। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स को अलग-अलग सेमेस्टर में शामिल किया है।