फर्जी इकरारनामा तैयार करके 3500 करोड़ के बाइक बोट बाइक बोट घोटाले के आरोपियों से ठगे 98 करोड़ रूपये

ग्रैंड वेनिस मॉल के मालिक मोंटू ने बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपियों से 98 करोड़ में किया था मॉल का सौदा

आरोपी संजय भाटी व बिजेंद्र हुड्डा की कंपनी जीआईपीएल और आईटीवी के खाते से रकम की गई थी ट्रांसफर

Meerut। 3500 करोड़ बाइक बोट घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) की कार्रवाई लगातार जारी है। इस मामले में अब तक 20 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। फिलहाल इस मामले में नोएडा के ग्रैंड वेनिस मॉल के मालिक को आर्थिक अपराध की मेरठ शाखा ने ने गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ में सामने आया कि बाइक बोट घोटाले की करोड़ों की रकम ग्रेटर नोएडा के द ग्रैंड वेनिस मॉल में भी लगी हुई है। पूछताछ के बाद मंगलवार को मोंटू को जेल भेज दिया गया।

ये है मामला

ईओडब्ल्यू के एएसपी राम सुरेश यादव ने बताया कि सोमवार को नई दिल्ली के राजौरी गार्डन डी-24 निवासी सतेंद्र उर्फ मोंटू भसीन को नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र स्थित कलक्ट्रेट के पास से सोमवार को पकड़ा था। उसका ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर द ग्रैंड वेनिस मॉल है।

ऐसे किया गोलमाल

ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया कि मोंटू भसीन पर भी बाइक बोट घोटाले के आरोपी संजय भाटी और बिजेंद्र हुड्डा की कंपनी जीआईपीएल और आईटीवी के खाते से 98 करोड़ की रकम ट्रांसफर की गई थी। ईओडब्लू की पूछताछ में मोंटू भसीन ने बताया कि संजय भाटी और बिजेंद्र हुड्डा मॉल खरीदना चाहते थे।

फर्जी इकरारनामा कराया

मॉल का सौदा कर सतेंद्र उर्फ मोंटू भसीन ने जीआईपीएल और आईटीवी से 98 करोड़ की रकम वसूली थी और फर्जी इकरारनामा तैयार किया था। मगर बैनामा नहीं हो सका। जांच में सामने आया कि इकरानामा फर्जी है, जो मोंटू भसीन की तरफ से तैयार किया गया था। यानि मॉल में संजय भाटी और बिजेंद्र हुड्डा की मोटी रकम लगी हुई है। मोंटू भसीन के संजय भाटी और बिजेंद्र हुड्डा से सीधे संबंध है। मोंटू भसीन को भी घोटाले के मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है।

जारी किए थे एनबीडब्लू

सतेंद्र भसीन का नाम जांच-पड़ताल में पहले ही खुल गया था। सतेंद्र भसीन के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 471, 201 और 120बी में मुकदमा दर्ज था। कोर्ट ने सतेंद्र भसीन के गैर जमांती वारंट भी जारी कर दिए थे।