सालभर पर नही कर सके लाखों के पौधों की केयर

सामने आई आवास विकास की लापरवाही

Meerut। वन महोत्सव के अवसर पर 5 जुलाई को एक बार फिर पर्यावरण सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए हरे भरे पौधे लगाने का जनपद स्तर पर अभियान चलाया गया। सभी विभागों ने बढ़ चढ़ कर पौधारोपण किया। ऐसे में हर साल की तरह आवास विकास ने भी जागृति विहार एक्सटेंशन में पौधे लगाकर खानापूíत तो कर दी, लेकिन ना विभाग को पिछले साल रोपे गए लाखों रुपयों के पौधों की हालत के बारे में जानकारी और ना ही विभाग के पास रिकार्ड है कि पिछले साल रोपे गए पौधों में से कितने पौधे जिंदा बचे हैं। और कितने मर गए। इतना ही नहीं पिछले साल लगाए गए पौधों को उखाड़ कर खुद सíवस लेन तक बना डाली जबकि कागजों में गत वर्ष के पौघोंरोपण के नाम पर मोटा बजट तक बनाया गया था।

हजारों पौधे हो गए गायब

दरअसल, जागृति विहार एक्सटेंशन में गत वर्ष आवास विकास ने हजारों के करीब पौधे क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के लिए बोए थे। इसमें आवास विकास को 31037 पौधे रोपने का टारगेट था। इसके लिए बकायदा सड़क किनारे पौधे लगाकर सीमेंट के ब्लॉक्स से बेरीकेडिंग तक की गई थी। लेकिन कुछ माह बाद ही पौधे गायब होना शुरु हो गए थे। हालत यह थी कि विभाग ने लाखों रुपए इन पौधों की सुरक्षा के लिए खर्च कर दिए थे लेकिन एक साल भी इन पौधों को विभाग संभाल ना सका। हालत यह है कि एक्सटेंशन में लगे अधिकतर पौधे या तो मर चुके हैं या गायब ही हो गए हैं।

सíवस लेन पर रोपे थे पौधे

इस पौधारोपण अभियान में आवास विकास के आला अधिकारियों की लापरवाही सामने आई थी। पौधारोपण करने की जल्दबाजी में आवास विकास ने जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में सड़क किनारे पौधे लगा दिए। बाद में नक्शा बनने के बाद सíवस लेन बनाई गई और सíवस लेन की जगह पर लगे हजारों पौधे उखाड़ दिए गए। विभाग का दावा कि पौधे सुरक्षित रखे गए हैं लेकिन छह माह से अधिक समय तक पौधे बिना बोए कैसे सुरक्षित रहे यह विभाग के पास जवाब नही है।

वन विभाग द्वारा ही गत वर्ष पौधे उपलब्ध कराए गए थे इस बार भी वन विभाग द्वारा दिए गए हैं। गत वर्ष रोपे गए अधिकतर पौधे लगे हुए हैं कुछ पौधे खराब हुए है। उनकी लगातार देखभाल की जा रही है।

प्रमोद सिंह, ईएक्सईएन

शहर में चला पौधारोपण अभियान

रविवार को वन महोत्सव के तहत विभिन्न विभागों द्वारा पौधारोपण किया गया। वन विभाग द्वारा करीब 24 लाख पौधे रोपे जाने का टारगेट था। इसके लिए सभी विभागों को करीब 17 लाख पौधे दिए गए थे। अभियान के तहत सुबह से ही सभी सरकारी विभाग अपने अपने स्तर पर पौधारोपण में जुट गए। पुलिस लाइन से लेकर शहर के विभिन्न पार्क, कालोनियों आदि में पौधारोपण किया गया। पिछले साल जिले में इस दौरान 18 लाख पौधे रोपे गए थे। इस बार यह टारगेट 24 लाख का रखा गया था।

हस्तिनापुर में हुआ मुख्य कार्यक्रम

वन महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम सुबह वन विभाग की ओर से हस्तिनापुर में आयोजित हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर डीएम-एसएसपी के साथ वन संरक्षक एनके जानू, डीएफओ सूरज, एमडी पीवीवीएनएल अरविंद मल्लप्पा बंगारी, मुख्य अभियंता मेरठ जोन एसबी यादव, अधीक्षण अभियंता शहर एके सिंह, सीडीओ ईशा दुहून, विकास खंड अधिकारी शैलेंद्र सिंह मौजूद रहे। जिले के नोडल अफसर पी। गुरू प्रसाद ने भी पौधारोपण किया। वन विभाग को जिलेभर में रविवार को जिला प्रशासन के साथ अन्य विभागों के अफसरों, सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर और सहयोग से सुबह से लेकर शाम तक 24 लाख पौधे बो दिए।

एमडीए ने किया पौधरोपण

वहीं, एमडीए ने रविवार को शहर में अपनी कॉलोनियों में नौ जगह चिंहित कर पौधारोपण किया। इसके लिए बकायदा आला अधिकारियों को टीम को नियुक्त किया गया था। इसमें रक्षापुरम, गंगानगर, स्पोटर्स गुडस योजना के ब्लॉक, शताब्दीनगर एयरपोर्ट एन्क्लेव सड़क, रोहटा रोड सेंट्रल वर्ज, सैनिक विहार मेन रोड , श्रृद्धापुरी फेस 2, वेद व्यासपुरी, वेदव्यास पुरी योजना 5 में जगह जगह पौधा रोपण किया गया।