- पाकिस्तान और नेपाल के बार्डर से आ रही है मेरठ में स्मैक

- पाक आतंकवादियों द्वारा इंडिया में बेची जा रही है स्मैक

- मेरठ में कई और जगह भी हो सकती है ऐसी सुरंग

<- पाकिस्तान और नेपाल के बार्डर से आ रही है मेरठ में स्मैक

- पाक आतंकवादियों द्वारा इंडिया में बेची जा रही है स्मैक

- मेरठ में कई और जगह भी हो सकती है ऐसी सुरंग

Meerut:

Meerut: मच्छेरान में सुरंग बनाकर स्मैक बेचने से कानून व्यवस्था के लिए भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। जी हां यह तो महज सुरंग उदाहरण हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस तरह की और भी सुरंग आतंकियों की मददगार साबित हो रही हो। इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों के जरिए ही स्मैक का काला धंधा मेरठ में चल रहा है। इतना ही नहीं सुरंग बनाकर स्मैक की बाजारी करना आतंकी साजिश की ओर भी इशारा करता है। पुलिस भले ही इस बात को न मान रही हो, लेकिन आर्मी के साथ-साथ इंटेलीजेंस एजेंसियां भी एक्टिव हो गई है।

आतंकियों का मकसद

पाकिस्तान और नेपाल के बार्डर से आईएसआई एजेंट स्मैक इंडिया ला रहे हैं। आतंकियों की मकसद साफ है कि यहां की युवा पीढि़यों को नशे की लत में डालकर बेकार करना, हालांकि हमारी लापरवाह पुलिस की वजह से वह अपने मकसद में भी कामयाब हो रहे हैं। क्योंकि स्मैक, चरस का नशा करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको रोक पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जो भविष्य के लिए सही संकेत नहीं हैं। ऐसे में इस आतंकी साजिश से बचने के लिए इंटेलीजेंस भी एक्टिव हो गई है।

कहीं और तो नहीं सुरंग

मच्छेरान में पांच सौ मीटर की सुरंग से इंटेलीजेंस से लेकर कैंट बोर्ड तक में हड़कंप मच गया है। सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि कहीं ऐसी सुरंग और कहीं तो नहीं बनी हुई है, जिसके जरिए आतंकियों को काफी मदद मिल रही हो हालांकि इस ओर इंटेलीजेंस और आर्मी ने भी अपना वर्क करना शुरू कर दिया है। ऐसी सुरंग सामने आने से सनसनी फैल गई है। इस तरह की सुरंग से आतंकी कानून व्यवस्था को बड़ी चुनौती दे सकते हैं।

आतंकियों से पुराना नाता

मेरठ का आतंकियों से पुराना नाता रहा है। क्म् अगस्त ख्0क्ब् को देहली गेट थाना एरिया के पूर्वा फैय्याज अली में आईएसआई एजेंट आसिफ को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर पाकिस्तान बैंक के डेबिट कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट और पाकिस्तान कंपनी के सिम बरामद किए थे। इतना ही नहीं कुछ समय पहले हुए बिजनौर के जाटान मोहल्ले में ब्लास्ट के तार भी मेरठ से जुडे़। आतंकियों ने जो लैपटॉप खरीदा था, वह लैपटॉप पीएल शर्मा रोड स्थित गैलेक्सी से लिए गए थे। आतंकियों ने लैपटॉप का बिल फर्जी नाम से कटवाया था, साथ ही जो नंबर बिल पर लिखवाया था वह फर्जी पाया गया था। एटीएस और बिजनौर पुलिस ने आतंकियों की गैलेक्सी में आकर फुटेज भी ली थी। ऐसे में वेस्ट यूपी आतंकियों का पनाहगार रहा है। सूत्रों की माने तो जिस तरह स्मैक का नशा मच्छेरान की सुरंग में चल रहा है, इसको लेकर भी आतंकी साजिश मानकर चल रही है। क्योंकि कैंट बोर्ड ने इस पर संज्ञान लिया है।