मुजफ्फरनगर पुलिस ने मेरठ पुलिस की सहायता से बाफर की सास की डिफेंस कॉलोनी स्थित कोठी पर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा

2003 में बाफर की पत्नी ने खरीदी थी कोठी, 2007 में अपनी मां के नाम कराई, कोठी की कीमत 18 लाख

झांसी जेल में बंद भूपेंद्र बाफर, मेरठ-मुजफ्फरनगर समेत देश कई राज्यों में 30 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज

Meerut। योगेश भदौड़ा और बदन सिंह बद्दो के बाद अब झांसी जेल में बंद कुख्यात अपराधी भूपेंद्र बाफर की डिफेंस कालोनी स्थित कोठी पर पुलिस ने जब्तीकरण का नोटिस चस्पा कर दिया। कोठी में भूपेंद्र बाफर की सास ओमवती रहती हैं। कोर्ट के आदेश पर ओमवती को अपना पक्ष रखने के लिए तीन माह का समय दिया है। निश्चित समय में जवाब नहीं दे पाए तो 14ए के तहत कोठी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

क्या है मामला

सरूरपुर थाने के बाफर गांव निवासी कुख्यात अपराधी भूपेंद्र बाफर इस समय झांसी जेल में बंद है। उस पर पुलिस कस्टडी से कुख्यात बदमाश रोहित सांडू को छुड़ाने का आरोप है। हालांकि, पुलिस ने मुठभेड़ के बाद रोहित सांडू को मार गिराया। दरअसल, पुलिस कस्टडी से भगाने के बाद रोहित सांडू को भूपेंद्र बाफर ने ही शरण दी थी। साथ ही उसका उपचार भी कराया था। इसके बाद पुलिस ने 13 जुलाई को भूपेंद्र बाफर को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की पूछताछ में भूपेंद्र बाफर ने कुबूला था कि वह पुलिस कस्टडी से रोहित को भगाकर कुख्यात सुशील मूंछ को मरवाना चाहता था। इसके बाद भूपेंद्र बाफर के खिलाफ जानसठ थाने में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया। जिसकी विवेचना मुजफ्फरनगर के रामराज थाने से हो रही है। बुधवार को रामराज थाने की पुलिस मेरठ पहुंची। यहां से गंगानगर थाना समेत कई थानों की पुलिस को साथ लेकर रामराज थाने की पुलिस ने भूपेंद्र बाफर की डिफेंस कॉलोनी स्थित कोठी पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया। यह नोटिस भूपेंद्र बाफर की सास ओमवती के नाम है। ओमवती को नोटिस का जवाब देने के लिए तीन माह का समय दिया गया। अगर तीन माह तक ओमवती जवाब पेश नहीं कर पाई तो पुलिस 14ए के तहत कोठी को ध्वस्त कर दिया जाएगा।

2003 में खरीदी थी कोठी

भूपेंद्र बाफर की पत्नी बालेश ने 2003 में कोठी को 18 लाख रुपये में खरीदा था। उसके बाद बालेश ने चार साल बाद ही यानि 2007 में कोठी का बैनामा अपनी मां ओमवती के नाम कर दिया। बैनामे में कोठी की कीमत बीस लाख दिखाई गई है। पुलिस मान कर चल रही है कि भूपेंद्र बाफर ने पुलिस जब्तीकरण की कार्रवाई से बचने के लिए कोठी का बैनामा अपनी सास ओमवती के नाम करा दिया था। इसी के चलते रामराज पुलिस ने ओमवती के नाम नोटिस मकान पर चस्पा कर दिया। ओमवती से पूछा गया कि कोठी की खरीदारी को भुगतान की गई 20 लाख की रकम कहां से लेकर आई थी। ओमवती को रकम के बारे में पूरी डिटेल पेश करनी होगी।

अब तक इन गैंगस्टर पर हुई कार्रवाई

जनपद में 72 अपराधियों पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। अब सभी अपराधियों की नामी और बेनामी संपत्ति का ब्योरा जुटाने के लिए एएसपी कृष्ण विश्नोई को लगा दिया गया है। जिसमें प्रमुख नाम जेल में बंद कुख्यात भूपेंद्र बाफर और उधम सिंह का है। दोनों की संपत्ति को चिन्हित करने के बाद धवस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उधम सिंह के करनावल स्थित एक घर समेत एक फॉरच्यूनर कार को पुलिस ने जब्त किया था। पुलिस ने भदौड़ा गांव में तालाब से योगेश भदौड़ा का कब्जा हटाया था। इसके बाद पुलिस ने पंजाबीपुरा कुख्यात बदन सिंह बद्दो की कोठी में कुर्की की कार्रवाई को अंजाम दिया था। अब उस कोठी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की तैयारी चल रही है। एमडीए के जोनल अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि एमडीए द्वारा कोठी के ध्वस्तीकरण को नोटिस चस्पा कर दिया गया है। प्रशासन को 25 दिसंबर के बाद कार्रवाई के लिए कहा गया है।

गुर्गो पर नजर

भूपेंद्र बाफर, उधम सिंह और योगेश भदौड़ा से जुड़े अन्य गैंगों पर भी नजर रखी जा रही है। वहीं कुख्यातों के जेल में होने पर इनके गैंग्स के कौन-कौन से गुर्गे इनके अवैध कारोबार को चला रहे हैं, उन पर भी नजर रखी जा रही है।

बाफर का आपराधिक इतिहास

भूपेंद्र बाफर की जानी थाने में हिस्ट्रीशीट (154 ए) खुली हुई है। बाफर पर मेरठ-मुजफ्फरनगर समेत देश कई राज्यों में 30 से अधिक लूट, हत्या और जानलेवा हमले के आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव के कहने से पुलिस मुहैया करा दी गई थी। बाफर के घर नोटिस चस्पा मुजफ्फरनगर पुलिस ने कर दिया है। आगे जैसे-जैसे कार्रवाई होगी, पुलिस फोर्स मुहैया करा दी जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ