मेरठ (ब्यूरो)। विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों के लिए मेडिकल स्टूडेट्स को अब एनिमल की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। मेडिकल कालेज के एनिमल हाउस से किसी भी बाहरी शोधकर्ता को कम से कम रेट पर एनिमल उपलब्ध हो सकेंगे। इससे विभिन्न प्रकार की मेडिसन व अन्य प्रकार के शोध में इजाफा होगा और नई-नई खोजें सामने आएंगी।

शोध कार्यों को मिलेगी गति
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ। वीडी पांडेय ने बताया कि शोध कार्य को गति देने के लिए मेडिकल कॉलेज ने सराहनीय कदम उठाया है। मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों के लिए नि:शुल्क और दूसरे चिकित्सा महाविद्यालय, पैरा मेडिकल कॉलेज एवं संस्थाओं के छात्रों के एनिमल से संबंधित शोध कार्य एवं एनिमल पर किए जाने वाले ड्रग ट्रायल (प्रथम बार दवा का प्रयोग) न्यूनतम सरकारी दरों पर उपलब्ध कराकर सहयोग करेगा।

कम से कम रेट
एनिमल हाउस के प्रभारी अधिकारी डॉ। मनीष सैनी ने बताया की एनिमल हाउस को ब्रीडिंग फॉर सेल और कांट्रैक्ट रिसर्च का लाइसेंस सीपीसीएसइए भारत सरकार द्वारा प्राप्त है। मेडिकल कॉलेज के एनिमल हाउस में रैबिट, रैट, माइस, गिनीपिग आदि एनिमल उपलब्ध हैं। यदि किसी शोधकर्ता को एनिमल की आवश्यकता होती है तो वह मेडिकल कॉलेज एनिमल हाउस से संपर्क कर न्यूनतम सरकारी दरों पर प्राप्त कर सकता है।

शोध कार्य में करेंगे सहयोग
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ। आरसी गुप्ता ने बताया की मेडिकल कॉलेज की एनिमल हाउस की टीम, सभी चिकित्सा शिक्षक, किसी भी संस्थान, चिकित्सा महाविद्यालय, पैरामेडिकल महाविद्यालय के शोधकर्ताओं के शोध कार्य में सहयोग, परामर्श एवं गति प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।