मेरठ (ब्यूरो)। परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी कुमार शुक्रवार को औचक निरीक्षण करने के लिए गोपनीय विभाग व छात्र सहायता केंद्र पर पहुंचे। उन्होंने वहां के कर्मचारियों से पूछा कि एक दिन में कितने स्टूडेंट्स को अटैंड किया जाता है। साथ ही पूछा कि एक दिन में कितने स्टूडेंट्स को डॉक्यूमेंट दिए जाते हैैं। इस बाबत उन्होंने दो दिन के अंदर डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

दलालों पर होगी कार्रवाई
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि उनके पास बीते दिनों से कुछ असामाजिक तत्वों की शिकायतें आ रही थी। जिसके चलते अब औचक निरीक्षण कर कभी अधिकारी तो कभी किसी अन्य के जरिए शिकायतों से संबंधित जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जो भी पकड़ में आएगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये आई है शिकायतें
पैसा वसूलकर काम किया जाता है, अन्यथा भटकाया जाता है।
कुछ लोग पैसा लेकर फर्जी मार्कशीट तक बनाने में योगदान दे रहे हैं।
नंबर बढ़ाने के लिए भी लोग यहां पैसा वसूल रहे हैं।
समय पर डिग्री चाहिए तो पैसा देना पड़ता है।

काम का रिकॉर्ड मांगा
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि सभी कर्मचारियों से उनकी रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट रजिस्ट्रार से मिलान की जाएगी। अगर कोई फर्क मिला तो उसकी जवाबदेही तय की जाएगी।