मेरठ (ब्यूरो)। अब जल्द गंगाजल आपूर्ति परियोजना के अंतर्गत इस आबादी को भी गंगाजल मिलने लगेगा। दरअसल, अभी तक सात जलाश्यों से शहर की करीब 13 लाख आबादी को गंगाजल की सप्लाई की जा रही थी। मगर बीते तीन साल से सारी प्लानिंग के बावजूद शास्त्रीनगर और विकासपुरी जलाश्यों के बीच कनेक्टिंग पाइप लाइन एनएचआई की परमिशन को लेकर अधर में लटकी हुई थी। गाजियाबाद के जल निगम के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद कई साल पहले बनाए गए शास्त्रीनगर और नौचंदी स्थित भूमिगत जलाशयों तक गंगाजल पहुंचने का रास्ता साफ हो गया है। दोनों भूमिगत जलाशयों को विकासपुरी स्थित जलाश्य की मुख्य पाइप लाइन से जोड़ दिया गया हैै।

जरा समझ लें
गौरतलब है कि कई साल से सूखे पड़े भूमिगत जलाशय बच्चा पार्क, गोलाकुआं, नौचंदी और शास्त्रीनगर सेक्टर-12 को गंगाजल आपूर्ति से जोडऩे के लिए गत वर्ष 4.74 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई थी। इस परियोजना के अंतर्गत विकासपुरी भूमिगत जलाशय तक भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गंगाजल की मुख्य पाइप लाइन डाली गई हैै। इसके बाद यहां तक गंगाजल सप्लाई शुरू हो गई। अब यहां से करीब 2.15 किमी नई पाइप लाइन बिछाकर नौचंदी और शास्त्रीनगर भूमिगत जलाशय को जोड़ा जा चुका है। 250, 300 और 350 एमएम डाया की नई पाइप लाइन डाली जा चुकी है। सड़क के अंदर दोनों भूमिगत जलाशयों को गंगाजल आपूर्ति से जोडऩे का काम भी पूरा किया जा चुका है। इस प्रक्रिया के तहत गत सप्ताह गाजियाबाद से आए जल निगम के इंजीनियर्स ने भूमिगत जलाशय नगर निगम को हस्तांतरित करने से पहले स्थलीय निरीक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके बाद जल्द जलाश्यों का संचालन शुरू होगा।

बच्चा पार्क व गोलाकुंआ तैयार
इससे पहले गंगाजल आपूर्ति परियोजना के तहत बच्चा पार्क और गोलाकुआं स्थित भूमिगत जलाशयों को गंगाजल की मुख्य पाइन लाइन से जोडऩे का काम भी पूरा किया जा चुका है। एक बार आपूर्ति का ट्रायल भी हो चुका है। जलनिगम ने नगर निगम जलकल अनुभाग को दोनों भूमिगत जलाशय हैैंडओवर करने के लिए पत्र भी भेज दिया है।

इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
अब इस परियोजना के पूरे होने से नौचंदी, प्रीत विहार, शास्त्रीनगर सेक्टर-12 व 13, गोलाकुआं, सराय बहलीम, इमलियान, सोहराब गेट, शाहपीर गेट, बनी सराय, बच्चा पार्क, मिशन कंपाउंड, खैरनगर, बुढ़ाना गेट, कैलासपुरी, रामनगर, इस्लामाबाद, करीम नगर, उमर नगर, ढवाई नगर, जैदी फार्म, जैदी सोसाइटी, रामबाग कालोनी, मंजूर नगर, भवानी नगर में गंगाजल सप्लाई शुरू होगी।

आंकड़ों की नजर में
सबसे पुराने संचालित जलाश्य
टाउनहॉल - 6000 किलो लीटर
पीएल शर्मा - 5000 किलो लीटर
सर्किट हाउस - 5000 किलो लीटर

2019 तक संचालित हुए नए जलाश्य
विकासपुरी - 6450 किलो लीटर
माधवपुरम - 2750 किलो लीटर
गोलाकुआं - 600 किलो लीटर
बच्चा पार्क - 550 किलो लीटर

दिसंबर में होगा इन जलाश्यों का संचालन
नौचंदी - 550 किलो लीटर
शास्त्रीनगर - 550 किलो लीटर

एक नजर में
15 - लाख करीब आबादी नगर निगम के दायरे में आती है
90 - वार्डों में 12.75 लाख आबादी को नगर निगम सप्लाई करता है गंगाजल
341,03 - करोड़ की गंगाजल आपूर्ति परियोजना
100 - एमएलडी गंगाजल की उपलब्धता
414 - एमएलडी पेयजल की उपलब्धता
157 - ट्यूबवेल की जरिए घरों तक पेयजल की सप्लाई
772 लीटर - प्रति व्यक्ति प्रति दिन (पहले पेयजल सप्लाई का मानक था)
155 लीटर - ग्राउंड वाटर लेवल को देखते हुए (वर्तमान में पेयजल सप्लाई का मानक)

नौचंदी क्षेत्र में पाइन लाइन डले हुए दो साल से अधिक समय बीत चुका है लेकिन सप्लाई अभी तक चालू नही है। हैैंडपंप से अधिकतर मोहल्लों में पेयजल की सप्लाई रहती है।
डॉ। नफीस

हमारे वार्ड में पाइप लाइन डाले दो साल बीत चुके हैैं। मगर आज भी पानी की टंकी से ही घरों में पेयजल की सप्लाई हो रही है। कनेक्शन चालू हो तो गंगाजल घरों तक पहुंचे।
योगेंद्र प्रताप

गंगाजल की सप्लाई के बाद पेयजल की किल्लत काफी हद तक दूर हो जाएगी। खासतौर पर उन मोहल्लों में, जहां अभी तक पानी की टंकी से पेयजल की सप्लाई नहीं आती है।
प्रेम

पेयजल की सप्लाई हैंडपंप या पानी की टंकी से होती है। पानी की टंकी का समय निर्धारित है। गंगाजल की सप्लाई शुरू होने से पेयजल की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
जफर

गाजियाबाद के इंजीनियर्स की टीम ने निरीक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली है। जल्द इन जलाशयों की हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद संचालन शुरू किया जाएगा।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त