30 अप्रैल तक 1 से 12वीं तक स्कूल बंद करने के निर्देश

सिर्फ तय परीक्षाओं के लिए बुलाया जाएगा स्कूल, होंगी प्रैक्टिकल एग्जाम

स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई का फिर तैयार हो रहा विकल्प

Meerut। कोरोना संक्रमण की दूसरी वेव का असर एक बार फिर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ने लगा है। 2020-21 के बाद सत्र 21-22 का आगाज भी स्कूल बंदी से हो रहा है। अब जिले में 30 अप्रैल तक स्कूल बंद रहेंगे। सीएम के फैसले के बाद डीएम के बालाजी ने भी सभी स्कूलों के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत 1 से 12वीं तक की क्लासेज बंद रहेंगी। स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई होगी।

दूसरे साल भी बढ़ी चिंताएं

कोरोना संक्रमण की वजह से लगातार दूसरा सत्र भी बंदी की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। 11 अप्रैल तक 8वी तक ऑनलाइन क्लासेज चल रही थी। अब नए निर्देशों के बाद नौंवी से 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की भी ऑनलाइन क्लासेज चलेंगी। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर असर होने की वजह से ¨प्रसिपल, पेरेंट्स भी चिंता में आ गए हैं। हालांकि बढ़ते संक्रमण की वजह से स्कूल बंद होने का फैसला सभी को सही माना है।

होंगे प्रैक्टिकल एग्जाम

स्कूलों में क्लासेज बंद हो गई है्रं, लेकिन तय एग्जाम होते होंगे। इसके तहत स्कूलों में प्रैक्टिकल एग्जाम आयोजित किए जाएंगे। वहीं बोर्ड की परीक्षाएं देने वाले स्टूडेंट्स सीधे एग्जाम में एपीयर होंगे।

सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। टीचर्स को भी आवश्यक होने पर ही बुलाया जाएगा। निर्देशों का पालन न करने पर कार्रवाई की जाएगी।

गिरजेश कुमार, डीआईओएस, मेरठ

स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प तैयार किया जा रहा है। सभी क्लासेज ऑनलाइन होंगी। कोरोना से बचाव भी जरूरी है। हालांकि एजुकेशन पर ध्यान देना भी आवश्यक है।

एचएम राउत, डायरेक्टर, दीवान पब्लिक स्कूल

बोर्ड क्लास के प्रैक्टिकल चल रहे हैं। प्री-बो‌र्ड्स भी बाकी है। ऑनलाइन क्लासेज कैसे बेहतर हो इसके लिए सहोदय की बैठक होगी।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

अब सभी क्लासेज आनलाइन होंगी। हालांकि ऑनलाइन में काफी परेशानी होती है लेकिन स्कूल बंद के दौरान यही विकल्प है।

सुधांशु शेखर, सीबीएसई सिटी कोआर्डिनेटर

स्कूलों को बंद करने का डिसीजन सही है। एग्जाम देने में भी बच्चे सेफ नहीं हैं इन्हें भी बंद करना चाहिए।

दीक्षा शर्मा, पेरेंट

स्कूल पूरी तरह से बंद होने चाहिए। जब तक बच्चों को वैक्सीन नहीं मिलती स्कूल से दूरी ही ठीक है।

ज्योति, पेरेंट