कूड़ा कलेक्शन से लेकर निस्तारण तक के लिए होगी व्यवस्था

लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड में खत्म होगा का कूड़े का ढे़र

Meerut। शहर में जगह-जगह फैले कूडे़ और अव्यवस्थित कूडे़दान की हालत सुधारने के लिए अब समग्र कूड़ा निस्तारण योजना लागू की जाएगी। इसके तहत सालभर से निगम तैयारियों में जुटा था। अब शहर का सारा कचरा गांवड़ी में जाएगा। वहीं, लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड में कूडे़ का ढे़र समाप्त किया जाएगा।

खत्म होगा लोहियानगर का कूड़ा

समग्र कूड़ा निस्तारण के तहत तीन प्रमुख बिदुओं पर काम होगा। इसमें शहर के कूड़े को एकत्र करने के लिए कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन से लेकर ट्रेचिग ग्राउंड तक ले जाने, फिर प्लांट में कूडे़ का सेग्रीगेशन करना और फिर कूड़े से बिजली बनाने वाले संयंत्र और अन्य कंपनियों को आरडीएफ बेचना तक का काम स्टेप बाई स्टेप किया जाएगा। इसके तहत गांवड़ी में ही वेस्ट टू एनर्जी का प्लांट भी लगाने की योजना है। इसके बाद लोहिया नगर डंपिग ग्राउंड पर शहर का कूड़ा नही जाएगा।

इस तरह काम करेगी योजना

पहला स्टेप

3 बड़े कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाए जाएंगे शहर में

यहां डोर टू डोर के माध्यम से आने वाला कूड़ा एकत्र होगा

फिलहाल इसके लिए जगह चिंहित की जा रही है

इन अत्याधुनिक ट्रांसफर स्टेशन से कूड़े की बदबू भी नहीं आएगी

दूसरा स्टेप

इसके बाद बंद गाडि़यों से कूड़ा ट्रेचिग ग्राउंड पहुंचेगा।

ट्रेचिग ग्राउंड में इस कूडे़ का सेग्रीगेशन किया जाएगा।

कचरे से निकला आरडीएफ यानि प्लास्टिक, पॉलीथिन, कागज और कपड़ा समेत ज्वलनशील कचरा टेंडर कर निजी कंपनियों को बेचा जाएगा।

स्टेप तीन

निगम ने दो कंपनियों से अनुबंध किया है।

इसके तहत ब्रिजेंद्रा एनर्जी एंड रिसर्च कंपनी प्रति माह 900 टन आरडीएफ खरीदेगी।

मुंबई की शक्ति प्लास्टिक कंपनी प्रतिमाह 500 टन आरडीएफ खरीदेगी।

ब्रिजेंद्रा एनर्जी एंड रिसर्च कूड़े से निकले आरडीएफ से बिजली उत्पादन करेगी।

भूड़बराल में इस संयंत्र से बिजली उत्पादन का ट्रायल शुरू हो चुका है।

गांवड़ी में बैलेस्टिक सेपरेटर मशीन को दो शिफ्ट में चलाया जा रहा है, ताकि पुराना कचरा जल्द समाप्त किया जा सके। इस योजना के तहत शुरुआत में 20 वार्ड का कचरा यहां लाया जाएगा। उसके बाद क्षमता बढ़ाई जाएगी।

रवि शेखर, गांवडी प्लांट प्रभारी