90 वार्डाें में निगरानी समिति के सचिव बनाए गए सुपरवाइजर

सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर भरेंगे सर्वे फार्म

Meerut। कोरोना के साथ जंग में शुरुआत से स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ नगर निगम ने भी अपना भरपूर सहयोग दिया है। ऐसे में अब लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए शहर में संभावित कोरोना मरीजों की तलाश और उनके इलाज का जिम्मा नगर निगम को दिया गया है। इसके लिए नगर निगम द्वारा वार्डो में बनाई गई निगरानी समिति में निगम सुपरवाइजरों को सचिव बनाया गया है। ये सचिव रोजाना अपने वार्ड में घर घर जाकर कोरोना मरीजों की पहचान कर स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट देंगे।

तलाशेंगे कोरोना मरीज

दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए तैयारी में जुटे नगर निगम ने गत माह शहर के सभी 90 वार्डो में साफ सफाई की व्यवस्था पर निगरानी के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया था। इस निगरानी समिति में प्रत्येक वार्ड के सुपरवाइजरों को भी जोड़ा गया था। ताकि स्थानीय लोग वार्ड में जगह गंदी नालियों , कूडे़ के ढेर आदि की सूचना सुपरवाइजर को देकर तुरंत सफाई करा सके। लेकिन अब कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए नगर निगमों ने सुपरवाइजरों को ही डोर टू डोर कोरोना मरीज के सर्वे की जिम्मेदारी दे दी है।

पहचान करेगे सफाई कर्मी

इस काम में सुपरवाइजर के साथ निगम के सफाई कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। ताकि पूरे वार्ड को जल्द से जल्द कवर कर रिपोर्ट दी जा सके। इसके तहत सफाई कर्मचारी अपने वार्ड में घर घर जाकर सदस्यों की संख्या से लेकर खांसी जुकाम बुखार के मरीजों की जानकारी को नोट करेंगे। इसके बाद उस जानकारी के आधार पर सुपरवाइजर रिपोर्ट तैयार स्वास्थ्य विभाग को अपडेट करेंगे।

प्रभावित होगा काम

हालांकि, नगर निगम की व्यवस्था से शहर के सुपरवाइजर और सफाई नायकों की परेशानी बढ़ गई है। दो माह बाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के सर्वे टीम शहर में आने वाली है। इसके लिए सभी 90 वार्डो को चमकाने की जिम्मेदारी भी सुपरवाइजरों पर ही है। शहर में तीन शिफ्ट में सफाई के साथ रोजाना चार चार घंटे का सर्वे करने से सुपरवाइजरों के कदम पीछे हट रहे हैं। सुपरवाइजरों का मानना है कि इससे स्वच्छता सर्वेक्षण का काम प्रभावित हो सकता है।

शासन के आदेश पर सभी नगर निकायों में इस समिति का गठन किया गया है। इसमें सुपरवाइजर साफ सफाई के साथ कोरोना संभावित मरीजों पर भी नजर रखेंगे। इसकी सूचना निगम द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दी जाएगी।

ब्रज पाल सिंह, सहायक नगरायुक्त