मेरठ (ब्यूरो)। गर्मियों की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर हरी सब्जियों के दाम बढऩे शुरू हो गए हैं। वहीं, रमजान में नींबू के दाम फिर आसमान पर पहुंच गए हैं। हालत यह है कि आम दिनो में 80 से 100 रुपए प्रति किलो बिकने वाला नींबू रमजान के दौरान 200 रूपए प्रति किलो से लेकर 240 रुपए किलो तक बिक रहा है। यह रेट गली मोहल्लों में सब्जी बेचने वाले फुटकर विक्रेताओं ने बढ़ाए हुए हैं, क्योंकि रमजान में नींबू की मांग अत्याधिक बढ़ जाती है। जबकि मंडी में दाम अभी स्थिर बने हुए हैं।

तीन गुना बढ़े नीबू के दाम
मार्च की शुरुआत में नींबू करीब 70 से 80 रुपये प्रति किलो के भाव से फुटकर बाजार में मिल रहा था, लेकिन होली के बाद से नींबू के दाम में तेजी आई है। यह तेजी आज 80 रूपए से 240 रुपए तक पहुंच गई है। यानि तीन गुना। लेकिन खास बात यह है कि मंडी में आज भी नींबू का दाम 70 से 80 रुपए किलो ही है केवल शहर के फुटकर बाजारों में छोटे सब्जी विक्रेताओं ने अपनी सुविधा के अनुसार नींबू का दाम तीन गुना तक बढ़ा दिया है।

दूरी के हिसाब से तय हो रहे दाम
शहर के अलग-अलग लोकल बाजारों में दूरी के हिसाब से नींबू की कीमतें अलग-अलग हैं। यानि दिल्ली रोड स्थित सब्जी मंडी से जितनी दूर व्यापारी सब्जी ले जा रहे हैं। वे अपने हिसाब से दाम बढ़ा रहे है। मौजूदा समय में सबसे सस्ता नींबू 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी में मिल रहा है। वहीं शास्त्रीनगर, सिविल लाइन, ब्रहमपुरी, भूमिलापुल, मलियाना, हापुड अडडा जैसी छोटे सब्जी बाजार में नींबू का दाम 200 से 240 रुपए तक पहुंच गया है।

मिर्च भी हो रही तीखी
वहीं, अभी से ही मिर्च की कीमतों में भी तेजी से इजाफा हो गया है। मार्च के मध्य तक मिर्च की कीमतें 40 रुपये प्रति किलो थी, वहीं, अप्रैल की शुरुआत में यह दुकानों में 100 रुपये प्रति किलो के भाव पर आ गई है। यानी एक महीने के अंदर मिर्च के दाम भी तीन गुना करीब पहुंच गए हैं। साथ ही सब्जियों के साथ मुफ्त में मिलने वाला धनिया भी अब दुकानों से गायब हो गया है। धनिया की कीमत में भी काफी इजाफा हुआ है। मार्च में धनिया की 40 रुपये प्रति किलो के करीब बिक रहा था। अब मंडियों में यह 150-200 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।

ये हैं दाम दाम बढऩे के कारण
रमजान का असर
हर साल रमजान के दौरान नींबू का दाम दोगुना हो जाता है। कारण रोजे खोलने के लिए नींबू पानी का उपयोग इन दिनों बहुत अधिक होता है। इसलिए शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में नींबू की डिमांड अत्याधिक होती है।

सॉफ्ट ड्रिंक उद्योग में डिमांड
गर्मी का सीजन आते ही सॉफ्ट ड्रिंक से जुड़े उद्योगों ने नींबू उत्पादकों को बड़े ऑर्डर देना शुरू कर दिया है, ताकि लेमन ड्रिंक्स बनाने में नींबुओं का इस्तेमाल किया जा सके। सप्लाई और डिमांड के इस अंतर ने भी नींबू की कीमतों में जबरदस्त इजाफा किया है।

तेल के दाम का भी असर
पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों के कारण सब्जियों के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ा है। इससे ट्रांसपोर्ट का खर्च करीब 15 फीसदी तक बढ़ गया है। इसका असर न सिर्फ नींबू समेत अन्य सब्जियों के दामों में दिख रहा है।

सब्जियों के दाम- फुटकर बाजार में
नींबू 220 से 240 रुपए
भिंडी 100 से 120 रुपए
करेला 70 से 80 रुपए
आलू 20 से 30 रुपए
लौकी 30 से 40 रुपए
प्याज 30 से 35 रुपए
टमाटर 30 से 40 रुपए
गौभी 20 से 30 रुपए

नींबू के दाम पर इस मौसम में बढ़ ही जाता है। रमजान के दौरान फुटकर बाजार में नींबू का दाम खुद विक्रेता बढ़ा लेते हैं क्योंकि डिमांड अधिक होती है। अगले माह शादियों का सीजन शुरु हो रहा है इसलिए दाम अधिक बढऩे की संभावना है।
भूषण शर्मा, अध्यक्ष नवीन सब्जी मंडी


महंगाई के बहाने हर बार बदल जाते हैं लेकिन दाम कम होते नही है। इसलिए सब्जियों के दाम पर पूरे साल ही मंहगाई रहती है।
कल्पना

नींबू का प्रयोग गर्मियों में बहुत अधिक होता है। सलाद से लेकर नींबू पानी में जरुरत पड़ती है। जिस चीज की ज्यादा जरुरत हो उसका दाम बढ़ा ही दिया जाता है।
ममता शर्मा