जिला कारागार में बाहर से आने वाले बंदियों के लिए अलग बैरक

1400 बंदियों और कैदियों के कराए गए हैं कोरोना टेस्ट

Meerut। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में कोरोना संक्रमित मरीज निकलने के बाद सेनेटाइजेशन का काम पूरा करा लिया गया है। वहीं कोरोना संक्रमण से डर का माहौल भी जेल के भीतर बना हुआ है। जेल में सभी बंदियों और कैदियों का कोरोना का टेस्ट कराया जा रहा है। अभी तक 1400 के कोरोना टेस्ट कराए गए है और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है, केवल एक संक्रमित पाया गया है। जिसका उपचार चल रहा है। वहीं अभी 1200 बंदियों और कैदियों के टेस्ट होना बाकी है। इनकी भी जल्द टेस्टिंग कराई जाएगी ताकि जेल को पूरी तरह कोरोना से सुरक्षित रखा जा सके। वहीं सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज में बनी अस्थायी जेल में भी दो बंदी संक्रमित मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई है।

ये है मामला

दरअसल, चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में एक बंदी को 2014 में सजा हो गई थी। तब से वह जेल में कैदी के तौर पर रह रहा है। 2015 में उसे हार्ट की दिक्कत हुई थी तो पुलिस कस्टडी में उसे इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया था। फिलहाल कैदी का इलाज मेडिकल कालेज में चल रहा है। कैदी दो दिन पहले अपना हार्ट का उपचार कराने के लिए मेडिकल कॉलेज गया था। जहां पहले डाक्टरों ने उपचार से पहले कोरोना की जांच की तो संक्रमित पाया गया। रिपोर्ट जब जेल अधिकारियों तक पहुंची तो उनके होश उड़ गए। जेल में बंद 50 ऐसे कैदी, बंदियों और सुरक्षाकर्मियों को चिन्हित किया गया, जिनके संपर्क में कैदी था। सभी का टेस्ट कराने की तैयारी की जा रही है।

अलग बैरक बनाई

वहीं जेल में एक अलग बैरक भी बनाई गई है, जिसमें बाहर से आने वाला विवेचक जांच के लिए आएगा। वह उस बैरक में ही बंदी और कैदी के बयान ले सकेगा। इसके साथ ही जो बंदी उपचार के लिए बाहर जाते है और वापस आते हैं, उनको उनकी पुरानी बैरक में वापस न भेजकर नई बनाई गई बैरक में ही रखा जाएगा।

जेल से एक कैदी अपना हार्ट का उपचार कराने के लिए मेडिकल गया था। वहां पर उसकी कोरोना जांच हुई तो रिपोर्ट में संक्रमण निकला है। जिसके बाद पूरा उपचार कराया जा रहा है। पूरी जेल में सेनेटाइजेशन का काम भी पूरा हो गया है। कोरोना से बचाव के लिए अब जेल में एक अलग बैरक बनाई गई है, जिसमें बाहर से आने वाले बंदी को रखा जाएगा। साथ ही केस विवेचक भी इसी बैरक से बंदियों और कैदियों से बयान दर्ज कर सकेगा। फिलहाल जेल में मुलाकात पर पाबंदी लगाई गई है।

डॉ। बीडी पांडेय, जेल सुप्रीटेंडेंट, चौधरी चरण सिंह जिला कारागार, मेरठ