पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए पांच आरोपियों को मौके से किया गिरफ्तार

जांच पड़ताल में जुटी है पुलिस, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा

Meerut। परतापुर के इंद्रापुरम कालोनी स्थित ट्रस्ट की कोर्ट में विचाराधीन कीमती करोड़ों की जमीन पर रविवार को कुछ लोगों ने साधुओं के साथ मिलकर हनुमान मंदिर की स्थापना कर जमीन को कब्जाने का प्रयास किया। भजन कीर्तन भी शुरू कर दिया गया। सूचना पर सीओ और तीन थानों की पुलिस पहुंची और भजन कीर्तन बंद कराकर साधुओं को जमीन के विवाद के बारे में बताकर जमीन के कागजात मांगे लेकिन उनके पास कागजात नहीं थे। साधुओं को कागजात दिखाने के लिए सोमवार दोपहर का समय देकर उनको मंदिर स्थल से उठा दिया। इस दौरान पुलिस ने महिला और अन्य लोगों पर लाठीचार्ज भी कर दिया। पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

क्या है मामला

इंद्रापुरम कालोनी स्थित 60 फुटा रोड पर श्रीमाधव आश्रम धमार्थ टस्ट की 33 वर्ग गज जमीन है जिसके ऑनर दिल्ली निवासी स्व। आचार्य गिरीराज किशोर शर्मा थे। जमीन पर कई लोग दावा कर चुके हैं। पहले कई बार लोगों ने जमीन को कब्जाने का प्रयास किया, लेकिन मामला कोर्ट में चलने के मद्देनजर जमीन पर कोर्ट के आदेश अनुसार सील की कार्रवाई काफी साल पहले की गई थी। रविवार को इंद्रापुरम कालोनी निवासी डॉ। धनवीर विकल व परमिंदर ने कालोनीवासियों को विश्वास में लेकर जमीन पर चबूतरा बनाकर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करा दी। भजन कीर्तन शुरु कर दिया। मूíत की स्थापना के लिए बालाजी धमार्थ ट्रस्ट बना दिया और साधु नरसिंहानन्द सरस्वती सहित दो अन्य साधुओं को बुला लिया।

विवादित जमीन पर पहुंच गई पुलिस

विवादित जमीन पर मंदिर निर्माण करने की सूचना पर एसओ परतापुर सतीश कुमार फोर्स के साथ पहुंचे और साधुओं जमीन का मामला कोर्ट में विचाराधीन बताते हुए आपत्ति जताई। इस पर साधु नरसिंहानन्द सरस्वती ने पुलिस से अभद्र व्यवहार किया। मामला बिगड़ते देख सीओ व तीन थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। एसडीएम संदीप श्रीवास्तव भी कुछ देर बाद पहुंच गए। उन्होंने नरसिंहानन्द से बातचीत की और जमीन के बारे में बताया और कहा कि महाराज आपके पास जमीन के कागजात हैं तो दोनों पाíटयंा सोमवार 12 बजे तक कागजात ले आएं। जिसके कागजात ठीक होंगे उसी को जमीन दे दी जाएगी। इसके बाद पुलिस ने डॉ। डॉ। धनवीर विकल, परमिंदर सहित पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान महिलाओं पर लाठियां भी फटकारी गई। एसओ परतापुर सतीश कुमार ने बताया कि आज दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया है। जांच पड़ताल करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट में मामला विचारधीन है। इसलिए निर्माण कार्य को रूकवा दिया गया है।