दुष्कर्म पीडि़ता ने कप्तान आफिस पहुंच लगाई गुहार

छेड़छाड़ पीडि़ता को भी थाना पुलिस ने टरका दिया

Meerut। महिला अपराध के प्रति सरकार का रुख भले ही गंभीर हो, लेकिन हकीकत इससे उलट है। दुष्कर्म और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही। पीड़ति पक्ष को चौकी-थाने से टरकाया जा रहा है। खाकी के शर्मनाक रवैये और आरोपियों की धमकियों से पीडित पक्ष टूट जाता है। शुक्रवार को कप्तान कार्यालय पर ऐसे कई मामले आए, जिनमें आधी आबदी की सुनवाई नहीं हो रही। एसपी क्राइम ने थाना पुलिस को फटकार लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया।

केस वन

दुष्कर्म की बनाई वीडियो

सरधना थाना क्षेत्र निवासी विवाहिता शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची। उसने बताया कि पांच अप्रैल को वह घर में अकेली थी। तभी पड़ोसी दो भाई और उसका दोस्त घर में घुस आए और दुष्कर्म किया। विरोध करने पर तमंचा निकाल लिया और गोली मारने की धमकी दी। इस दौरान उसकी वीडियो भी बना ली थी। किसी को बताने पर उसे वायरल करने की धमकी दी। अब उस पर संबंध बनाने का दबाव बना रहे हैं। पुलिस से शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पीड़तिा ने चेताया यदि कार्रवाई नहीं हुई तो आत्मदाह कर लेगी।

केस टू

टीवी की तेज आवाज में घिनौनी हरकत

सरूरपुर थाना क्षेत्र निवासी पीड़तिा ने बताया कि उसकी शादी छह साल पहले गाजियाबाद निवासी युवक से हुई थी। उसका ननदोई शुरू से उस पर गलत नजर रखता था। छह अप्रैल को ननदोई मिलने के लिए आया तो घर में सास थी, जबकि वह अपने कमरे में थी। आरोप है कि ननदोई ने दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर टीवी की तेज आवाज कर दी। किसी को बताने पर ननद को छोड़ने की धमकी दी। अगले दिन पति को जानकारी दी तो उसने भी पिटाई कर दी। पीड़तिा ने भाई को बुलाया और गाजियाबाद पुलिस से शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार को उसने मेरठ एसएसपी से शिकायत की।

केस थ्री

घर में घुसकर छेड़छाड़, विरोध पर पीटा

पल्लवपुरम थाना क्षेत्र निवासी पीड़तिा ने बताया कि पड़ोसी युवक आपराधिक प्रवृत्ति का है। आए दिन उसके साथ अश्लील हरकत करता है। शुक्रवार सुबह उसका पति जैसे ही काम पर गया, वैसे ही आरोपित घर में घुस आया। उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। विरोध करने पर पिटाई कर दी। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए, जिस पर आरोपित धमकी देते हुए फरार हो गया। पीड़तिा ने बताया कि वह थाने पहुंची थी, लेकिन उसे टरका दिया गया। इसके बाद एसएसपी कार्यालय में शिकायत की।