मेरठ (ब्यूरो)। दिवाली के बाद से एक्यूआई 200 से ऊपर बना हुआ है। बीते शुक्रवार को तो पॉल्युशन लेवल 295 तक पहुंच गया था। वहीं, सैटरडे इवनिंग तक एक्यूआई 225 तक रहा। मौसम वैज्ञानिक ए।एन सुभाष ने बताया कि हवाओं की गति में कमी के कारण अगले कुछ दिनों तक अभी पॉल्यूशन बरकरार रहेगा। मेरठ के आसपास के जिलों की हालत अधिक चिंताजनक है।

10 दिन से बढ़ रहा पॉल्यूशन
एक्सपर्ट के मुताबिक दिवाली के दौरान हुई आतिशबाजी के साथ-साथ पंजाब हरियाणा में पराली जलने से वेस्ट यूपी की हवा में घुले प्रदूषक तत्व अभी तक हवा में मौजूद हैं। हालत यह है कि बीते 10 दिनों से पॉल्युशन लेवल लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में शहरवासी यही सोच रहे हैं कि आखिर शहर का प्रदूषण लेवल कम कैसे होगा।

सुधारेंगे एयर क्वालिटी
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इनमें 28 करोड़ रुपए एयर क्वालिटी सुधारने में खर्च होंगे। वहीं, 73 करोड़ रुपए से वेस्ट मैनेजमेंट को सुधारा जाएगा। इस बाबत नगर निगम ने केंद्र सरकार को एक प्रपोजल भेजा है। उम्मीद है उसे इस माह हरी झंडी मिल जाएगी।

101 करोड़ का प्रपोजल भेजा
गौरतलब है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत तकरीबन 101 करोड़ रुपए के प्रपोजल को नगर निगम ने पोर्टल पर अपलोड किया है। इसके तहत नालों की मरम्मत के साथ-साथ नए नालों का निर्माण होगा। साथ ही वायु प्रदूषण को दूर करने का कार्य किया जाएगा।

लास्ट ईयर मिले थे 36 करोड़ रुपए
पिछले साल 15वें वित्त आयोग के तहत मेरठ को 36 करोड़ की पहली किस्त मिली थी। इसके साथ 73 करोड़ रुपये इस योजना के तहत मिलने थे। इसमें एयर क्वालिटी सुधारने के लिए ग्रीन बेल्ट डेवलप, पौधरोपण, एंटी स्मॉग गन, वाटर स्प्रिंकल मशीन आदि की खरीद होनी थी।

सुधरेगी नालों की हालत
इस बार 73 करोड़ रुपये से नालों की हालत सुधारी जाएगी। इसके लिए इस्लामाबाद, समर गार्डन, लिसाड़ी गेट, विकास नगर, मलियाना, माधवपुरम आदि इलाकों में छोटे नाले बनाकर आसपास के बड़े नालों से जोड़े जाएंगे। साथ ही प्रमुख बड़े नालों की बाउंड्री वॉल से लेकर कवरिंग की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।

पॉल्युशन रोकने के लिए यह काम करेंगे
वाटर स्प्रिंकलर्स, एंटी स्मॉग गन और वाटर टैंकरों की संख्या में होगी वृद्धि
शहर में पौधारोपण के लिए ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी
शहर के चौराहों पर ग्रीनरी विकसित की जाएगी
शहर के नालों की बाउंड्री की मरम्मत की जाएगी
कूड़ा निस्तारण के लिए डंपिंग ग्राउंड विकसित किया जाएगा

सैटरडे को एक्यूआई का हाल
बागपत- 270
बुलंदशहर- 279
दिल्ली- 381
गाजियाबाद- 322
ग्रेटर नोएडा- 312
हापुड - 184
मेरठ- 225
मुजफ्फरनगर- 332

कूड़ा जलाने पर देना होगा जुर्माना
वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। इसके तहत अब खुले में कूड़ा जलाने पर जुर्माना भुगतना पड़ेगा। इसमें न्यूनतम 500 रुपए और अधिकतम 2500 जुर्माना भुगतना होगा। अगर फिर भी कूड़ा जलता मिला तो एफआईआर तक दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी हर पाल सिंह ने बताया कि कूडा जलाना प्रतिबंधित है। इसके लिए टीम गठित कर निगरानी शुरु कर दी गई है। साथ ही कूड़ा जलाने वालों पर जुर्माने से लेकर एफआईआर तक की कार्रवाई होगी।

कूड़ा निस्तारण ना होने के कारण जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता है या फिर नालों में बहाया जाता है। दोनो की कारण से जल व वायु प्रदूषण बढ़ रहा है।
प्रिंस

बजट तो निगम के पास काफी रहता है लेकिन बजट के अनुसार पूरी क्षमता से काम नही होता है। इस योजना के लिए गत वर्ष भी निगम को बजट दिया गया था लेकिन काम नही हुआ।
आशीष कंसल

बजट और योजनाओं तक शहर का पूरा विकास सीमित है लेकिन जमीन पर कोई काम नही होता है। हर साल जलभराव और वायु प्रदूषण बढ़ ही रहा है।
गौरव ठाकुर

प्रस्ताव तो अच्छे ही बनाए जाते हैं, लेकिन उन प्रस्तावों के अनुसार योजनाओं को पूरा नही किया जाता है। बजट का बंदरबांट हो जाता है पर योजना पूरी नही होती।
मयंक

बजट के लिए अभी प्रस्ताव भेजा है। उम्मीद है कि इस माह फाइनल हो जाएगा। इस बजट के मिलने से कुछ अधर में रुके काम तेजी से पूरे हो सकेंगे।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त