दूसरे दिन भी दिल्ली के बराबर 364 रहा मेरठ का एक्यूआई

4 हजार वाहनों पर परिवहन विभाग ने कसी नकेल

आयु पूरी कर चुके वाहनों का संचालन होगा बंद

Meerut। शहर में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, पॉल्युशन पर कंट्रोल करने के लिए 4 हजार वाहनों पर परिवहन विभाग ने नकेल कस दी है। परिवहन विभाग अब 10 से 15 साल पुराने वाहन यानि जिनकी आयु पूरी हो चुकी है उन पर लगाम कसेगा। परिवहन विभाग ने आयु पूरी चुके चार हजार से अधिक वाहनों की सूची तैयार कर संचालन बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है। एआरटीओ दिनेश कुमार ने बताया कि पॉल्यूशन फैलाने वाले वाहनों पर नजर रहेगी, पीयूसी चेक किया जा रहा है। साथ ही साथ अपनी आयु पूरी कर चुके वाहनों को नोटिस भेजे जा रहे हैं ताकि वह संचालन ना करें।

पीयूसी पर रहेगी नजर

वहीं परिवहन विभाग ने अब शहर में संचालित वाहनों के पीयूसी यानि पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सíटफिकेट को चेक करना शुरु कर दिया है। यानि की अब दुपहिया चौपहिया और भारी वाहनों के लिए बिना पीयूसी संचालन मुश्किल होगा। इसके लिए रूटीन चेकिंग के दौरान पीयूसी की जांच की जाएगी। पीयूसी ना होने पर चालान जुर्माना और वाहन सीज तक की कार्रवाई होगी।

अज्ञात में कार्रवाई

बीते 15 अक्टूबर से निगम ने आग जलाने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत मात्र एक आरोपी पर अब तक निगम ने मुकदमा दर्ज किया है। वहीं आधा दर्जन से अधिक आग के मामलो में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है। आंकडों के मुताबिक 15 अक्टूबर से अब तक निगम के पास 17 जगहों पर आग की सूचना मिल चुकी है। इनको निगम की टीम ने मौके पर जाकर बुझा तो दिया लेकिन अधिकतर मामलों में आरोपी को टीम पकड़ नही पाई है। सहायक नगरायुक्त ब्रजपाल सिंह ने बताया कि अधिकतर मामलों में आग लगाने वाले आसपास के रिक्शा चालक या भिखारी होते हैं जिन पर कार्रवाई का का फायदा नही होता है। उनको चेतावनी दी जा रही है। जहां जानबूझकर आग लगाई जाती है वहां कार्रवाई भी होती है।

दूसरे दिन भी सुधार नहीं

मेरठ में दूसरे दिन भी दिल्ली के बराबर प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया। सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड के अनुसार शनिवार को दिल्ली के बराबर रहा मेरठ क एक्यूआई दूसरे दिन रविवार को दिल्ली के बराबर 364 रहा। यानि कि अब दिल्ली और मेरठ का प्रदूषण स्तर बराबर है।

रविवार को एक्यूआई की स्थिति

दिल्ली 364

मेरठ 364

बुलंदशहर 369

बागपत 389

हापुड 341

गाजियाबाद 384

ग्रेटर नोएडा 388