सिरदर्द, थकान, पैरों का दर्द, भूख न लगने की परेशानी कोरोना से रिकवर होने के बाद भी आ रही सामने

डॉक्टर्स बोले, रिकवर होने के बाद भी निगरानी जरूरी, हाई प्रोटीन डाइट को खान-पान में करें शामिल

Meerut। कोरोना से रिकवर हुए मरीजों का वायरस आसानी से पीछा नहीं छोड़ रहा है। संक्रमण को मात देने के कई महीनों बाद भी मरीजों में थकान, सिरदर्द, भूख न लगना जैसी शिकायतें उभर कर सामने आ रही हैं। कई मरीजों की मेंटल हेल्थ भी डिस्टर्ब हो गई है। जिला अस्पताल व लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में काफी संख्या ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स इसे पोस्ट लॉन्ग कोविड इफेक्ट्स बता रहे हैं।

आ रही समस्या

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार बताते हैं कि पोस्ट लॉन्ग कोविड इफेक्ट का असर काफी लोगों में दिखाई दे रहा है। करीब 65 प्रतिशत मरीजों में ये समस्या दिखाई दे रही है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में आने वाले मल्टीडिसीप्लनरी और मल्टीकेयर अप्रोच के मरीजों को इसी तरह से परेशानियों से बाहर निकलने के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने बताया की इसके काफी अच्छे रिजल्ट्स भी दिखाई दे रहे हैं।

क्या है पोस्ट लांग कोविड इफेक्ट्स

डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार बताते हैं कि बॉडी में वायरस के खत्म होने के बाद इसके लक्षण खत्म होने में लगने वाले समय को पोस्ट लांग कोविड इफेक्ट्स कहा जाता है। वह बताते हैं कि कोरोना वायरस भले ही बॉडी से कुछ समय बाद निकल जाता है लेकिन उसके लक्षण लंबे समय तक मरीज में बने रहते हैं। थोड़े-थोड़े दिन में अलग-अलग लक्षण मरीज के शरीर में दिखाई देते रहते हैं। माइक्रो बॉयोलोजिकली मरीज वायरस से रिकवर कर लेता है लेकिन क्लीनिकली उसके लक्षण खत्म नहीं होते हैं।

ऐसे पहचानें लक्षण

मेडिकल कॉलेज में कोविड ट्रीटमेंट प्रभारी डॉ। अरविंद कुमार कहते हैं कि मरीज के रिकवर होने के बाद अधिक थकान महसूस होना इसका सबसे कॉमन लक्षण है। इसके अलावा पेट दर्द, सांस लेने में परेशानी, बोलते हुए सांस फूलना, धड़कन तेज होना, सिर दर्द, पैर दर्द जैसे लक्षण भी लंबे समय तक मरीज को घेर रहे हैं। कई मरीजों में 6-6 महीने तक ये दिक्कतें सामने आ रही हैं।

निगरानी रखना जरूरी

कोविड प्रभारी डॉ। धीरज राज बताते हैं कि मरीजों में लांग टर्म तक सिम्टम्पस आ रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है कि रिकवर होने के बाद भी मरीज की निगरानी रखी जाए। वह बताते हैं कि रिकवर होने का मतलब है कि मरीज के शरीर से वायरस का निकल जाना। मगर उसकी वजह से बॉडी पर जो असर हुआ है, उसे सामने आने में समय लगता है। मरीजों में एक या दो लक्षण बाद में उभर ही रहे हैं।

हाई प्रोटीन डाइट असरदार

पोस्ट लॉन्ग कोविड इफेक्ट्स से जूझ रहे मरीजों के लिए डॉक्टर्स हाई प्रोटीन डाइट को असरदार मान रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि मरीजों को नियमित तौर पर दूध, पनीर, उबला अंडा, हरी सब्जी, ताजे मौसमी फलों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा नारियल पानी और नींबू पानी का भी भरपूर सेवन करें। डॉक्टर्स बताते हैं कि पोस्ट लांग कोविड इफेक्ट्स के ऐसे मरीज जिन्हें, किडनी, लीवर, बीपी, शुगर या हार्ट की दूसरी समस्या हैं उन्हें विशेष तौर पर अपने खान-पान और डेली रुटीन का ख्याल रखना जरूरी है।

मरीज के कोविड से रिकवर होने के बाद भी लंबे समय तक निगरानी जरूरी है। हाई प्रोटीन और हेल्दी डाइट जरूर लें। इस पीरियड में मरीज को चाहिए कि वह अपना पूरा ख्याल रखे।

डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज