सूरजकुंड के रिहायशी इलाकों में चल रही फैक्ट्रियों के खिलाफ करीब आठ परिवारों ने घर पर चस्पा किए पलायन के पोस्टर
लोगों का कहना, फैक्ट्री से होने वाले हादसों का भी लोगों में डर
चोरी की घटनाओं और बाहरी लोगों की आवाजाही से पलायन को मजबूर लोग
Meerut। आवासीय क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री के विरोध में वहां के स्थानीय लोगों ने ही अब आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। मामला है सिविल लाइन एरिया के सूरजकुंड रोड पर शकुंतला स्कूल के पास का। दरअसल, यहां रहने वाले करीब आठ परिवारों ने अपने घरों पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि घरों के बीच फैक्ट्रियों के चलने कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। मगर उनका परिवार इसमें शामिल न हो, इसलिए वो यहां से पलायन को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि बाहरी लोगों के आने-जाने से भी कालोनी में सुरक्षित माहौल भी खत्म हो गया है। इस ओर न तो उद्योग केंद्र का ध्यान है और न ही पुलिस-प्रशासन का। सब बस किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं।
जरा समझ लें
सूरजकुंड का अधिकांश एरिया रिहायशी एरिया है। यहां पर लोगों ने अपने घरों को बेचकर फैक्ट्री खोल ली हैं और पॉश एरिया में फ्लैट लेकर वहां रहने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सूरजकुंड रोड पर कुछ स्पोर्ट्स के कारोबारियों की दुकान हैं, जिन्होंने अंदर गलियों में अपनी फैक्ट्री खोल रखी हैं। आरोप है कि आए दिन कॉलोनी में बाहरी का आना-जाना लगा रहता है, जो सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सबके के चलते कालोनी में चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। लोगों का तो यहां तक कहना है कि हम घर से बाहर काम पर जाते है तो लगता है कि बहू-बेटियों के साथ कोई घटना न हो जाए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यहां पर पहले भी फैक्ट्री में आग लगने की घटना हो चुकी है। कई बड़े हादसे यहां होते-होते रह गए। ऐसे में यहां पर फैक्ट्री को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। यदि पुलिस प्रशासन इस पर कोई एक्शन नहीं लेता तो हमें पलायन के लिए मजबूर होना होगा।
इनका है कहना
कुछ मकान बिकने के बाद यहां पर फैक्ट्री खुल गई हैं। फैक्ट्री में 100 से ज्यादा लोग काम करते हैं। यहां पर चोरी हो रही हैं। हम जब काम पर जाते हैं तो डरते है कि हम घर वापस आएंगे कि घर में चोरी की जानकारी न मिले। इन फैक्ट्रियों ने हमारा सुकून छीन लिया है।
गौरव त्यागी, सूरजकुंड
हम लोग 1950 से यहां पर रह रहे हैं। यहां पर पहले लोग रहते थे लेकिन अब यहां उन्होंने फैक्ट्री लगा ली हैं। यहां पर आग लगने और चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। अब यहां पर रहने में डर लगता है। किसी दिन कोई हादसा हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा।
सुरेश शर्मा, सूरजकुंड
पहले भी हो चुकी हैं आगजनी की
12 सितंबर 2019
लक्ष्मी नगर में तीन मंजिल स्पोर्ट्स फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी, जिससे लाखों रूपये का नुकसान हुआ था।
06 अक्टूबर 2019
सूरजकुंड में एक स्पोटर्स फैक्ट्री में भीषण आग लगने से लाखों रूपये का नुकसान हुआ था।
10 जून 2019
सूरजकुंड पर स्पोर्ट्स वीयर की फैक्ट्री में भीषण आग लगने से लाखों रूपये का नुकसान हुआ था।
01 मार्च 2021
सूरजकुंड के आर्य नगर में बंद मकान में लाखों की चोरी हुई थी। शादी में परिवार गया था, तब बदमाशों ने चोरी की थी।
02 मार्च 2021
सूरजकुंड में एक दुकान में बदमाशों ने लाखों रूपये की चोरी कर ली थी।
रिहायशी इलाकों में अवैध फैक्ट्री बनी हुई है तो यह गंभीर मामला है। इस संबंध में उद्योग केंद्र के अधिकारियों को निर्देश देकर अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
के। बालाजी, डीएम, मेरठ
अवैध फैक्ट्री है तो इसकी शिकायत कर सकते हैं। अवैध फैक्ट्री को फायर विभाग एनओसी जारी नहीं करता है। फायर विभाग से इनकी रिपोर्ट मंगाई जाएगी।
अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ