-रमजान को लेकर बिजली विभाग के सारे दावों की निकली हवा

-इमरजेंसी रोस्टिंग से पूरे शहर की बिजली गुल से जनता त्राहिमाम

Meerut: शहर बिजली ने कोहराम मचा रखा है। भीषण गर्मी के बीच बिजली की जबरदस्त कटौती ने शहरवासियों के होश ठिकाने ला दिए हैं। सबसे बुरा हाल तो रोजेदारों का है। खुदा की इबादत में रोजा रखे रोजेदारों को बिजली के संकट की वजह से वजू तक का पानी भी मयस्सर नहीं हो रहा है।

शहर में अघोषित कटौती

यूं तो बिजली पिछले कई दिनों से शहर में उत्पात मचा रही है, लेकिन शुक्रवार को पूरे दिन के लिए गई बिजली ने शहरवासियों के होश उड़ा दिए। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे गई बिजली ने शहर के कई इलाकों में कोहराम मचा दिया। मारे गरमी के शहरवासी घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। उधर, लंबे समय से बत्ती गुल होने के कारण घरों में लगे इंवर्टर भी जवाब देने लगे।

नहीं उठे फोन

बिजली कटौती से बौखलाए लोगों ने जब बिजली घरों में फोन मिलाकर बिजली का हाल लेना चाहा तो कई जगह बिजली घरों पर फोन ही नहीं उठे। बिजली विभाग की बेशर्मी का आलम भी यह रहा कई बिजली घरों में कर्मचारियों ने फोन का रिसीवर ही उठाकर फोन से अलग रख दिया और फोन लगातार इंगेज जाता रहा। इससे परेशान लोगों जब एकजुट होकर लिसाड़ी गेट बिजली घर पर पहुंचे तो कर्मचारियों ने ऊपर से ही इमरजेंसी रोस्टिंग बताकर पल्ला झाड़ लिया।

रोजेदारों का बुरा हाल

भीषण गर्मी और बिजली की कटौती से सबसे बुरा हाल तो रोजेदारों का हुआ। शुक्रवार को शुरू हुए रमजान माह के पहले दिन रोजेदारों ने रोजा रखा था, लेकिन भीषण गर्मी से उनके होश उड़ गए। वहीं दूसरी ओर बिजली न आने से पानी की सप्लाई बंद हो गई, जिससे रोजेदारों को नमाज के लिए वजू का पानी भी मयस्सर नहीं हो पाया। रमजान माह के पहले दिन ही हुई बिजली की भारी कटौती से संप्रदाय विशेष के लोगों में भारी नाराजगी दिखी।

दो घंटे रोस्टिंग या दो घंटे सप्लाई

बिजली विभाग की मानें तो ओबरा ग्रिड पर अधिक लोड बढ़ने से लखनऊ कंट्रोल रूम से दो घंटे कटौती की गई। इस दो घंटे की रोस्टिंग में दो से चार बजे के बीच समूचे शहर की बिजली गुल रही। हालांकि विभाग दो घंटे की रोस्टिंग का मामला तो विभाग की अधिकारिक बयानबाजी पर टिका हुआ है। जबकि सच तो यह है कि पूरे दिन में शहर को केवल दो घंटे ही सप्लाई मिल पाई और जनता पूरे दिन मारे गर्मी के त्राहिमाम रही।

विभागीय इंतजामों की खुली पोल

रमजान को लेकर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की ओर से पॉवर सप्लाई शेड्यूल जारी किया गया था, उसकी पहले दिन ही पोल खुल गई। जारी शेड्यूल के मुताबिक विभाग ने रमजान के दौरान मेरठ शहर को ख्ब् घंटे बिजली मुहैया कराने का दावा किया था, जबकि जिला मुख्यालयों पर शाम छह से सुबह पांच बजे तक किसी भी प्रकार की कटौती न करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन शुक्रवार को बिजली की भारी कटौती ने विभाग के सारे दावों की धज्जियां उड़ा दी।

ये बिजली घर रहे अधिक प्रभावित

सिविल लाइन, लेडीज पार्क, गंगानगर, सौफी पुर, अम्हैडा, अमन विहार, टीपी नगर, कचहरी, विश्वविद्यालय रोड, शताब्दीनगर, कंकरखेड़ा, एमईएस, नौचंदी, जाग्रति विहार, शारदा रोड इनमें से मोहनपुरी व माधवपुरम बिजली घर क्षेत्र आदि।

ग्रिड पर लोड बढ़ने के कारण कंट्रोल रूम से दो से चार दो घंटे की कटौती की गई थी। इमरजेंसी कटौती के चलते दो घंटे शहर की बिजली गुल रही। अन्यथा सप्लाई शेड्यूल के हिसाब से दी जा रही है।

पीके निगम, एसई अर्बन बिजली विभाग