- कैंट बोर्ड के सीईओ ने सब एरिया कमांडर को दी पॉवर प्वाइंट पर जानकारी

- अवैध निर्माण से लेकर स्कूल और हॉस्पिटल तक की दी जानकारी

Meerut : वेस्ट यूपी सब एरिया हेडक्वार्टर के नए जीओसी और कैंट बोर्ड के पदेन अध्यक्ष मेजर जनरल सुनील यादव को कैंट बोर्ड के हिस्ट्री और ज्योग्राफी के बारे में कैंट बोर्ड के सीईओ डॉ। डीएन यादव ने बताया। शनिवार को हुई इस प्रजेंटेशन में कैंट बोर्ड की तमाम बातों को पूर्व में घटित घटनाओं और मौजूदा ज्वलंत मुद्दों के बारे में जानकारी दी गई।

बाउंड्रीज से लेकर बजट तक

मेरठ कैंट बोर्ड के मौजूदा बजट और खर्चे के साथ ही कैंट की बाउंड्रीज और पिछले दिनों में घटित यहां की अहम घटनाओं का ब्यौरा रखा गया। किस तरह की समस्याएं इस कैंट में प्रमुख हैं और उसका निराकरण किस तरह से हो सकता है? इसका भी ब्यौरा दिया गया। कैंट बोर्ड की भावी योजनाओं से भी उन्हें रूबरू कराया गया।

पैसे की कमी से जूझ रहा मेरठ

कैंट बोर्ड किस तरह से पैसे की कमी से जूझ रहा है, इससे नए जीओसी को अवगत कराया गया। जिस तरह से राजस्व के आने के सीमित रास्ते हैं और सरकार से ग्रांट नहीं मिल पाता है, उस स्थिति में कई बार पेंशन-वेतन तक के लिए भी पैसा नहीं बच पाता। बताया गया कि गत वर्ष का कैंट बोर्ड का बजट क्या था, इस वर्ष का क्या है?

ये है सोर्स ऑफ इनकम

कैंट बोर्ड में गृहकर, जलकर, टोल ठेके द्वारा होने वाली आय के स्रोतों के बारे में भी जीओसी को बताया गया। इसके साथ ही केंद्र सरकार से मिलने वाली ग्रांट और सेना के सर्विस चार्ज के बारे में बताया गया। राज्य सरकार द्वारा बंद की गई चुंगी के प्रकरण को भी प्रमुखता से रखा गया।

अतिक्रमण और अवैध निर्माण

मेरठ कैंट अवैध निर्माण और अतिक्रमण के लिए किस तरह बदनाम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेरठ में सबसे अधिक अवैध निर्माण है। अतिक्रमित भूमि का क्षेत्रफल भी कम नहीं। ख्क्0बी, ख्ख्बी, क्7फ्बी, क्म्7बी जैसे मामलों के कानूनी पेंच से भी अवगत कराया गया। पिछले दिनों में अवैध निर्माण पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा भी रखा गया।

अस्पताल-स्कूलों के बारे में दी जानकारी

कैंट जनरल हॉस्पिटल और इंटर कॉलेज, चार प्राइमरी स्कूल और एक सीबीएसई एफिलिएटिड स्कूल है। इन संस्थाओं का संचालन किस तरह से होता है और इनमें किस तरह की संभावनाएं हैं, इससे भी अवगत कराया गया।

'कैंट बोर्ड अध्यक्ष को कैंट बोर्ड से संबंधित एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है। इसमें आय के स्रोत से लेकर खर्चे और चुनौतियों को भी बताया गया है.'

- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड