मरीजों में रिकवर होने के बाद आ रही तमाम दिक्कत

डॉक्टर्स बोले- पैनक्रियाज पर पड़ रहा असर

Meerut। पिछले 16 महीनों से जिले में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस मरीजों को रिकवर होने के बाद भी छोडने के लिए तैयार नहीं है। पोस्ट कोविड इफेक्ट्स के तौर पर तमाम अन्य बीमारियों ने मरीजों को घेर लिया है। नया खुलासा यह है कि कोरोना, मरीजों को डायबिटीज का मर्ज भी दे रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक , पोस्ट कोविड क्लीनिक में ऐसे काफी मरीज सामने आ रहे हैं, जिन्हें कोरोना संक्रमण से पहले डायबिटीज की बीमारी नहीं थी लेकिन बाद में वे इसकी गिरफ्त में हैं।

पैंक्रियाज पर सीधा अटैक

मेडिकल कॉलेज के पोस्ट कोविड क्लीनिक के सीनियर फिजिशियन डॉ। तुंग वीर सिंह आर्या बताते हैं कि कोरोना वायरस सीधे तौर पर पैंक्रियाज में इंसुलिन पैदा करने वाली कोशिकाओं पर असर डालता है। इसकी वजह से ही मरीजों में रिकवर होने के बाद शुगर लेवल बढने की काफी समस्या आ रही है। वह बताते हैं कि ऐसे मरीजों की संख्या काफी है, जिनमें शुगर अनियंत्रित हो गई है।

गंभीर मरीजों में दिक्कत

डॉ। आर्या बताते हैं कि कोविड के इलाज के दौरान जिन मरीजों को स्ट्रेरॉयड दिए गए थे, उन्हें यह परेशानी सबसे ज्यादा हो रही है। बढ़ा हुआ शुगर शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करता है। जिसकी वजह से मरीजों को रिकवर होने के बाद भी काफी परेशानियां हो रही हैं। ऐसे लोग जिनमें पहले कभी डायबिटीज के लक्षण नहीं थे उनमें भी तेजी से शुगर के स्तर में इजाफा हुआ है।

जीवनशैली रखें ठीक

डॉ। आर्या बताते हैं कि ऐसे सभी मरीज, जिन्हें पहले कभी डायबिटीज नहीं था अब लेकिन उनका शुगर लेवल बढ़ा हुआ है। ऐसे सभी मरीजों को सबसे पहले शुगर नियंत्रित रखने की दवा दी जा रही है। इसके अलावा ऐसे मरीजों को अपने खानपान व जीवन शैली को ठीक रखने के बारे में भी बताया जा रहा है। नियमित व्यायाम, हरी सब्जियों के अलावा ताजा भोजन खाने के लिए मरीजों को कहा जा रहा है।

ऐसे काफी लोग हैं, जो कोरोना से तो ठीक हो गए हैं लेकिन दूसरी बीमारियां उनमें पनप रही हैं। कई मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक होने के तीन से चार महीने बाद तक सांस लेने में तकलीफ, थकावट, सिर दर्द समेत कई अन्य परेशानियों का सामना कर रहे हैं। सबसे ज्यादा लोगों को अपनी लाइफस्टाइल और खानपान ठीक रखने की जरूरत है।

डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज