मेरठ (ब्यूरो)। गौरतलब है कि बीते साल सीसीएसयू परिसर स्थित सर छोटू राम इंजीनियङ्क्षरग एंड टेक्नोलाजी इंस्टीट््यूट के निदेशक पद के लिए दिए गए अतिरिक्त मानदेय भुगतान के खिलाफ कोर्ट ने प्रो। जयमाला से अतिरिक्त धनराशि वसूली के आदेश दिए थे। हाल ही में राजभवन ने प्रो। वाई विमला से अतिरिक्त शुल्क भुगतान की वसूली के आदेश दिए हैं। छात्रों ने अन्य विभागों में भी नियुक्त कोआर्डिनेटर्स व अन्य सेवा कार्यों के लिए दिए जा रहे भुगतान की मांग की है। इनमें कामर्स विभाग के साथ ही विश्वविद्यालय के कुछ अन्य विभागों की शिकायत भी की गई है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा
सोमवार को यूनिवर्सिटी परिसर में स्टूडेंट्स ने सीसीएसयू के भ्रष्टाचार की बारात बैंड, बाजे के साथ निकाली। पूरे परिसर में नारेबाजी करते हुए स्टूडेंट्स के प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ हर विभाग के स्टूडेंट्स तक अपनी बात पहुंचाई। नारेबाजी करते हुए छात्र कुलपति कार्यालय में पहुंचे। कुलपति के न होने पर सुरक्षाकर्मियों के कार्यालय का गेट बंद करने पर छात्रों ने अपनी मांग पत्र गेट पर ही चस्पा कर दिया। स्टूडेंट्स के अनुसार शिकायतों के बाद जांच मिली खामियों पर तो कार्रवाई की जा रही है लेकिन इसी तरह के अतिरिक्त मानदेय अन्य शिक्षकों को दो या दो से अधिक सेवाओं के लिए दी जा रही है जिसे कोई नहीं देख रहा है।

जल्द हो कार्रवाई
इसके लिए किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह होनी चाहिए। भ्रष्टाचार की बारात निकालने वाले छात्रों में अक्षय बैंसला, अंकित भड़ाना, दक्ष पुरी, विशाल वैशोया,, योगेश शनि, तुषार, सौरव आदि मौजूद रहे। इनके अलावा भी अन्य छात्र संगठनों ने मामलों की जांच कराने की मांग की है।