-जुमे को पहले रमजान पर शिद्दत से हुई दुआ

-जामा मस्जिद में उमड़े अकीदतमंद

-शहर के कई इलाकों में घंटों गायब रही बिजली

Meerut : पहले ही दिन रोजेदारों पर आफत का पहाड़ टूटा। मौसम की मार के साथ ही बिजली-पानी ने भी आंखें तरेरी। जिला प्रशासन के तमाम दावे हवा में उड़ गए। कई मस्जिदों में बिजली न आने से ट्यूबवैल नहीं चल सके, जिसके चलते पानी नसीब नहीं हुआ। ऐसे में वुजू के लिए भी परेशानियों का सामना नमाजियों को करना पड़ा।

नमाजियों की उमड़ी भीड़

जुमे से रमजान की शुरुआत हो गई। पहला रमजान और जुमा होने के चलते मस्जिदों में बड़ी तादाद में नमाजी उमड़े। नमाजियों के सैलाब के आगे इबादतगाह छोटे पड़ गए। जुमे की नमाज के वक्त कई जगह यातायात रोका गया और सड़कों पर सफे बिछाकर अकीदतमंदों ने नमाज अदा की।

बिजली ने दिखाए तेवर

शुक्रवार को पहले रोजे के मौके पर आसमानी सितम भी काफी रहा। अन्य दिनों के मुकाबले चिलचिलाती गरमी अधिक रही। तेज धूप और लू के थपेड़ों ने रोजेदारों को हलकान किया। वहीं बिजली-पानी के नखरों से दुश्वारियां बढ़ गई। लिसाड़ी क्षेत्र स्थित बाग वाली मस्जिद में बिजली न आने से ट्यूबवैल नहीं चली और वजू के लिए भी नमाजी परेशान हुए। श्यामनगर, रशीदनगर, समर गार्डन कालोनी, जाकिर कालोनी, जैदी फार्म, चमड़ा पैंठ, ढवाई नगर, अहमद नगर, किदवई नगर, हुमायूं नगर, इस्लामाबाद समेत तमाम मुस्लिम इलाकों में बिजली की जबरदस्त कटौती से रोजेदार बेहाल हो उठे।

तमाम दावे हवाई

जमियत उलेमा हिंद के शहर सदर व नायब शहरकाजी जैनुर राशिजद्दीन, जमियत उलमा हिंद के जिला सदर जीएम मुस्तफा, मुफ्ती अशरफ ने कहा कि क्7 जून तक बिजली की माकूल व्यवस्था थी। लेकिन रोजे के पहले ही दिन जिला प्रशासन के तमाम दावे हवाई हो गए। शुक्रवार को दिनभर बिजली न आने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं कई क्षेत्रों में नमाजियों ने नगर निगम व जिला प्रशासन के खिलाफ गुस्से का इजहार किया।