मेरठ(ब्यूरो)। कोरोना के चलते दो साल से स्थगित कांवड़ यात्रा दो साल बाद आयोजित हो रही है। इस बार लाखों की संख्या में शिव भक्तों के आगमन की संभावना है। वहीं दूसरी तरह शहर में रैपिड रेल का काम जोरों से चल रहा है। ऐसे में प्रशासन के साथ मिलकर आरआरटीएस भी इस बार व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है। योजना के अनुसार कांवड़ यात्रा के दौरान भी आरआरटीएस का काम जारी रहेगा। कहीं भी शिव भक्तों को रैपिड के काम के कारण परेशानी न हो इसके लिए आरआरटीएस ने योजना तैयार कर ली है।

कांवड़ यात्रा के लिए रहेगी व्यवस्था
आरआरटीएस के एलाइनमेंट के साथ-साथ की सड़कों को ठीक करने के काम में तेजी लाई जा रही है ताकि कांवडिय़ों को चलने में परेशानी न हो।

स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मार्ग में कुछ जगहों पर कांवडिय़ों के लिए वाटर बूथ लगाए जाएंगे, जहां उनके लिए शीतल पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।

यात्रा मार्ग को चौड़ा करने के लिए, जहां संभव हैं, वहां से बेरिकेडिंग को थोड़ा पीछे हटाया जाएगा।

बेरिकेडिंग्स पर जो लाइट की व्यवस्था होती है उसको और बेहतर किया जा रहा है ताकि रात्रि में पर्याप्त रोशनी रहे।

कांवड़ यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की मदद से यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

यात्रा के दौरान बड़ी मशीन का प्रयोग मुख्य मार्ग पर न कर साइड में किया जाएगा ताकि यात्रा भी न रुके और कार्य भी होता रहे।

यू-टर्न पर यातायात को व्यवस्थित रखने के लिए ट्रेफिक मार्शल तैनात रहेंगे, जो कांवडिय़ों के आवागमन को सुगम बनाने में मदद करेंगे।