भुवनेश्वर कुमार

आठ दिसंबर 2012 का दिन कौन भूल सकता है। जब मेरठ के होनहार भुवनेश्वर कुमार का चयन इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज के लिए हुआ, लेकिन भुवनेश्वर नाम के तूफान का दुनिया से सामना होना अभी बाकि था। 24 दिसंबर को पाकिस्तान के खिलाफ हुए पहले टी-20 में भुवी ने पर्दापण करते हुए ऐसा प्रदर्शन किया कि हर क्रिकेट पंडित उसका कायल हो गया। भुवी ने इस मैच में मात्र आठ रन देकर तीन विकेट झटके थे। इसके बाद भुवनेश्वर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद भुवनेश्वर ने टेस्ट में भी शानदार प्रदर्शन किया। तो वहीं चैंपियंस ट्रॉफी की विजेता टीम का हिस्सा होने का भी गौरव प्राप्त किया। आज भुवनेश्वर टीम इंडिया के सबसे इकॉनोमी गेंदबाज हैं.    

मनु अत्री

बैडमिंटन की नई सनसनी है मनु अत्री। मैंस डबल में मनु अत्री आज भारत के सफलतम खिलाडिय़ों में से एक हैं। शुरुआत जरूर नई है, लेकिन उम्मीदे काफी हैं। मेरठ से निकलकर पहले लखनऊ अकादमी मनु ने पसीना बहाया, लेकिन मनु की परफॉर्मेंस उभरकर आई हैदराबाद की पुलेला गोपीचंद अकादमी में। यहां पहुंचने के बाद मनु ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। नेशनल चैंपियन बनने के साथ ही मनु ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उड़ान भरी। शुरुआत में जरूर कामयाबी नहीं मिली, लेकिन फिर मनु ने रफ्तार पकड़ी। वियतनाम ग्रेंड प्रिक्स चैंपियन, इंडियन बैडमिंटन लीग में भाग लेने के बाद मनु बैडमिंटन के एक नए सितारे के रूप में उभरे। मनु फिलहाल शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और आगामी चैंपियनशिप में भी मनु से इसी प्रदर्शन को जारी रखने की उम्मीद है।  

शफक नाज

शफक नाज ने आज टेलीविजन का फेमस चेहरा है। मेरठ के एक इंस्टीट्यूट से डांसिंग कोर्स करते वक्त सरोज खान से हुई शफक की मुलाकात रंग लाई और उन्होंने जल्द ही मुंबई का टिकट कटवा लिया। इसके बाद शफक ने शुरुआती स्ट्रगल के बाद विदाई जैसे फेमस सीरियल में रोल करके उपलब्धि हासिल की। इसके बाद आहट, क्राइम पेट्रोल, ये इश्क है जैसे सीरियल में भी शफक का चेहरा दिखा। फिलहाल शफक स्टार प्लस पर प्रसारित हो रहे सीरियल महाभारत में कुंती का रोल कर रही है।

श्वेता तेवतिया

कंकरखेड़ा की रहने वाली श्वेता तेवतिया ने भी सिटी का नाम रोशन किया है। सोफिया स्कूल से पढ़ी श्वेता ने पहले 2010 में सिविल सर्विसेज क्लीयर की, लेकिन अपनी परफार्मेंस सुधारते हुए 2011 में फिर से एग्जाम क्लीयर किया और 52 रैंक हासिल किया। खास बात है कि श्वेता ने ये कामयाबी बिना कोचिंग के हासिल की। फिलहाल श्वेता आंध्रा कैडर में सब कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। श्वेता के पिता रिटाडर्य कनर्ल डीएस तेवतिया बताते हैं कि श्वेता बचपन से ही काफी होनहार स्टूडेंट रही हैं। स्टडीज के बाद उसने जर्नलिज्म भी ज्वाइन किया, लेकिन बाद में मीडिया छोड़ कर श्वेता ने सिविल सर्विसेज के लिए मेहनत की और मेहनत रंग लाई।

संजय यादव

जागृति विहार सेक्टर छह के संजय कुमार यादव ने न केवल उत्तर प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा परीक्षा पास की, बल्कि टॉप करके एक मिसाल पेश की। फरवरी माह में आया रिजल्ट संजय के लिए नया बदलाव लेकर आया। जज बनने से पहले संजय वकालत कर रहे थे। संजय यादव ने मेरठ कॉलेज से एलएलबी और एलएलएम की फिर अपनी वकालत शुरू की, लेकिन संजय का सपना तो जज बनने का था। संजय का ये सपना पूरा हुआ और वो न्यायपलिका में होने वाले करप्शन को मिटाना चाहते हैं।

अकबर चौधरी

हाल ही में जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में मेरठ के अकबर चौधरी ने परचम लहराया। अकबर जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष बनने वाले पहले मेरठी छात्र हैं। पिछले पांच साल से वह दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं। आइसा संगठन से चुनाव जीते अकबर ने 10वीं केन्द्रीय विद्यालय डोगरा और 12वीं केन्द्रीय विद्यालय सिख लाइंस से कंप्लीट की। इसके बाद उन्होंने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीए ऑनर्स किया। फिर जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में एमए किया। फिलहाल अकबर जेएनयू में दर्शन शास्त्र में पीएचडी कर रहे हैं। शास्त्रीनगर सेक्टर 13 निवासी अकबर राजनीति में सफल होना चाहते हैं। अध्यक्ष बनने पर उन्होंने पश्चिमी यूपी से पढ़ाई के लिए आने वाले हर छात्र की मदद करने का भी आश्वासन दिया है।