शास्त्रीनगर में मंदिर पर अवैध कब्जे को लेकर हंगामा

पुलिस ने तहरीर के आधार पर शुरू कर दी जांच पड़ताल

Meerut। मंदिर की चोटी और ¨लटर तोड़ने पर रविवार को शास्त्रीनगर में बखेड़ा हो गया। ¨हदू संगठनों के सदस्य, भाजपाई और व्यापारी धरने पर बैठ गए और हंगामा किया। नौचंदी इंस्पेक्टर और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। घंटों तक नई सड़क पर हंगामा चला और जाम लगा दिया। आरोपी के रात तक गिरफ्तारी के आश्वासन पर शांत हुए। वहीं, करीब पांच घंटे बाद मंदिर में कृष्ण भगवान का चित्र रखकर पूजा-अर्चना की गई।

क्या है मामला

सूरजकुंड निवासी नानू सिंह सैनी ने नई सड़क पर मधु नर्सिग होम के पीछे अपने प्लाट में 1975 में अपनी माता स्वरूपी देवी की याद में मंदिर का निर्माण कराया था। इसके बाद मंदिर की जिम्मेदारी आसपास के लोगों को सौंप दी थी। लोगों ने देखभाल के लिए महादेव नाम के पुजारी को भी रखा हुआ था। पूर्व पार्षद वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि नानू सिंह के दो बेटे घनश्याम व राजेंद्र हैं। राजेंद्र और उसका बेटा योगेश शुरू से ही जमीन पर नजर रखे हुए थे। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने पुजारी को मंदिर से भगा दिया था। साथ ही दीवार ऊंची कराकर लोहे का गेट लगा दिया था। इस बीच मूíतयां भी हटा दी थीं। आरोप है कि शनिवार रात को मंदिर की चोटी और ¨लटर को तोड़ दिया। साथ ही गेट पर ताला लगा दिया गया। सुबह जब इसकी जानकारी ¨हदू संगठनों के सदस्य, भाजपाई और व्यापारियों को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया।

धरने पर बैठ गए भाजपाई

नई सड़क पर बैनर लगाकर धरने पर बैठ गए। एसओ नौचंदी संजय वर्मा पर रुपये लेकर मंदिर तुड़वाने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। बाद में पुलिस की मौजूदगी में मंदिर खोला गया और कृष्ण भगवान का चित्र रखकर पूजा-अर्चना की गई।

ये रहे मौजूुद

इस दौरान भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष करुणेश नंदन गर्ग, भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा, आलोक सिसौदिया, निमेश वशिष्ठ, गोपाल शर्मा, नरेंद्र राष्ट्रवादी, विजय गांधी और जितेंद्र अग्रवाल तमाम नेता मौजूद रहें।

आरोपी के खिलाफ पहले से ही मुकदमा दर्ज है। उसको जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों की जांच कराकर सख्त कार्रवाई होगी।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ।