हंसते-मुस्कुराते पहुंचे बच्चों के चेहरों पर साफ दिखाई दी खुशी

पहले दिन कम रही अटेंडेंस, स्कूलों में लौटी रौनक

Meerut। सूने प्लेग्राउंड, खाली इमारतें, अक्षरों को तरसते ब्लैक बोर्ड चहल-कदमी करते बच्चों के कदम 11 महीने बाद जब स्कूल में पड़े तो मानो हर किसी में जान आ गई हो। लॉकडाउन के बाद आठवीं के बच्चे बुधवार को जब पहली बार स्कूल पहुंचे तो शहर के अधिकतर स्कूलों में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। दोस्तों संग मस्ती, खिलखिलाते, हंसते-मुस्कुराते स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ दिखाई दी। वहीं बच्चों के स्वागत के लिए स्कूलों को गुब्बारे, फूल आदि लगाकर सजाया गया था।

कहीं फूल बरसे, कहीं बजा बाजा

2020-21 का सेशन खत्म होने से पहले ही सरकार ने बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए। सेशन के पहले दिन पहुंचे बच्चों के स्वागत में कहीं फूल बरसे, जबकि कहीं पूरे बैंड म्यूजिक के साथ बच्चों का स्वागत किया गया। सरकारी स्कूलों में भी टीचर्स ने बच्चों पर पुष्प वर्षा की। वहीं कुछ स्कूलों में बच्चों को गिफ्ट देकर स्वागत किया। स्कूलों में बच्चों का रोली चंदन का तिलक कर क्लासेज शुरू करवाई गई।

गाइडलाइंस का हुआ पालन

स्कूल खोलने के दौरान कोविड-19 गाइडलाइन का पालन पूरी तरह से किया गया। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ थर्मल स्कैनिंग और सेनेटाइजर के साथ ही बच्चों को प्रवेश करवाया गया। क्लास के दौरान भी बच्चे मास्क में ही रहे। लंच टाइम के दौरान भी बच्चे क्लास में ही रहे। इस दौरान बच्चों को लंच भी शेयर नहीं करने दिया गया। टीचर्स ने लगातार बच्चों को कोविड-19 के नियमों के बारे में अवगत करवाया।

अटेंडेंस रही कम

पहले दिन स्कूल में अटेंडेंस कम ही रही। कहीं 20 प्रतिशत बच्चे पहुंचे तो कहीं अटेडेंस 50 प्रतिशत ही रही। सभी पेरेंट्स अभी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। अधिकतर पेरेंट्स पहले माहौल देखना चाहते हैं। हालांकि कुछ पेरेंट्स ने स्कूल खुलने पर बेहद खुशी भी जाहिर की। पेरेंट्स का कहना था कि लॉकडाउन के दौरान बच्चों का रूटीन बिगड़ चुका था। अब वह वापस ट्रैक पर आएंगे।

शेयर किए एक्सपीरियंस

लॉकडाउन के बाद लंबे समय बाद ऑफलाइन मोड में स्कूल पहुंचे बच्चों के एक-दूसरे से अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। टीचर्स ने भी स्कूल में बच्चों के साथ इंट्ररेक्शन करने की कोशिश की। वहीं बच्चों को पहले दिन ही ट्रैक पर लाने की कोशिश की और माहौल को हल्का-फुल्का बनाएं रखा। इस दौरान बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर भी नहीं डाला गया। स्कूलों में प्रिंसिपल्स ने भी क्लासेज में जाकर बच्चों से हाल-चाल जाना। बच्चों का हौंसला बढ़ाने और उन्हें रेग्यूलर स्कूल आने के लिए भी प्रेरित किया।

आज चलेंगी ये क्लासेज

स्कूलों में 50 प्रतिशत अटेंडेंस का नियम लागू कर रोटेशन वाइज क्लासेज को खोला जा रहा है। शेड्यूल के अनुसार आज छठीं क्लास चलेंगी। मंगलवार व शुक्रवार को दूसरी, चौथी और सातवीं क्लास चलेगी। बुधवार और शनिवार को तीसरी और 8वीं क्लास चलेंगी। शासन के निर्देशों के तहत ज्यादा बच्चों वाली क्लासेज दो शिफ्ट में होंगी। क्लास छोटी होने पर कम्प्यूटर, लैब, लाइब्रेरी का प्रयोग करेंगे।

पहले दिन बच्चे स्कूल आने पर काफी खुश रहे। बच्चों का स्वागत किया गया। स्कूल ने अलग से मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था की है।

आशिम कुमार दूबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

बच्चों के आने से स्कूल में रौनक लौट आई है। बहुत खुशी हो रही है। बच्चों की सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। राहुल केसरवानी, सहोदय, सचिव

स्कूल में बच्चों की सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा गया। लगातार मॉनिटरिंग की गई। कई महीनों बाद स्कूल गुलजार हुए हैं।

संजीव अग्रवाल, प्रिंसिपल, बीएनजी पब्लिक स्कूल