हुई साफ-सफाई, सेनेटाइजेशन की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद

लंबे वक्त बाद फिर स्कूल पहुंचेंगे 9वीं से 12वीं तक स्टूडेंट्स

Meerut। लंबे वक्तबाद स्कूल सोमवार से 9वीं से 12वीं क्लास के लिए री-ओपन हो रहे हैं। इसे लेकर स्कूलों ने पूरी तैयारी कर ली है। शनिवार को भी स्कूलों में साफ-सफाई अभियान चला। वहीं, शासन-प्रशासन की ओर से जारी की गई डिटेल्ड गाइडलाइन को भी सुनिश्चित किया गया।

पेरेंट्स भी दे रहे सहमति

कोरोना काल में स्कूलों के सामने जहां पेरेंट्स की अनुमति मिलना बड़ी चुनौती था, वहीं अब काफी पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं। अधिकतर स्कूलों का कहना है कि इस बार आधे से अधिक पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हुए हैं। स्कूल प्रिंसिपल्स का कहना है कि वैक्सीनेशन होना इसका बड़ा कारण है। स्कूलों ने गूगल फॉर्म के अलावा स्कूल्स व्हाट्सऐप ग्रुप और फोन पर पेरेंट्स की स्वीकृति ली है।

स्कूलों ने बढ़ाई सुविधा

बीमारी से बचाव और बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए अधिकतर स्कूलों ने अपने यहां दी जाने वाली सुविधाओं में इजाफा किया है। स्कूलों में हाईस्पीड इंटरनेट लगाए जा रहे हैं। जबकि स्कूल और फर्नीचर तक को री-पेंट किया गया है। साफ-सफाई, मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था भी स्कूल्स की ओर से ही की जा रही है।

कुछ में दोनों मोड में क्लासेज

50 प्रतिशत स्ट्रेंथ के साथ खुल रहे स्कूलों में जहां कुछ स्कूल ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में क्लासेज शुरू करेंगे, वहीं कुछ में सिर्फ ऑफलाइन मोड में क्लासेज चलेंगी। शिफ्ट्स को लेकर भी स्कूलों की अलग- अलग योजना है। कुछ में दो शिफ्ट चलेंगी जबकि कुछ में सिर्फ एक ही शिफ्ट में स्टूडेंटस आएंगे। स्कूलों की ओर से पेरेंट्स और बच्चों के लिए लेटर भी भेजे जा रहे हैं।

ये होंगे नियम

स्कूलों को पहले सेनेटाइज करवाया जाएगा। हर दिन क्लासेज खत्म होने के बाद स्कूलों को रेग्यूलर सेनेटाइज करवाया जाएगा।

स्कूलों में सेनेटाइज, हैंडवॉश, थर्मल स्कैनिंग, फ‌र्स्ट एड की व्यवस्था तय की जाएगी।

किसी स्टूडेंट या कार्मिक को खांसी, जुखाम या बुखार के लक्षण हो तो उन्हें प्राइमरी ट्रीटमेंट देते हुए घर भेज दिया जाएगा।

स्टूडेंट्स को स्कूल आने और जाने के समय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। सभी स्टूडेंट्स को एक साथ बाहर नहीं निकाला जाएगा।

स्कूल ट्रांसपोर्ट अगर यूज हो रहा है तो उसे रेग्यूलर सेनेटाइज करना होगा।

स्कूल में सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

स्टूडेंट्स की आपस में बैठने की 6 फीट की दूरी होगी।

एक शिफ्ट में केवल 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही आ सकते हैं।

स्कूलों में स्टूडेंट्स को बुलाने से पहले पेरेंट्स की लिखित अनुमति लेना अनिवार्य होगा।

कोविड-19 फैलाव और उससे बचाव के उपायों को लेकर सभी को अवेयर किया जाएगा।

शासन की गाडइलाइंस के तहत सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा पहले है, इसलिए किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होने दी जाएगी। कोविड-19 से बचाव के लिए अवेयर करना जरूरी होगा।

गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस

स्कूल रि-ओपन प्रोसेस के तहत सभी तैयारियां और गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। स्टूडेंट्स की सेफ्टी का पूरा ध्यान रखा गया है। स्कूल खुलने पर बच्चे बहुत खुश हैं। लंबे वक्त बाद स्कूल में क्लासेज चलेंगी।

आशिम कुमार दुबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

स्कूल में सेनेटाइजेशन करवाया गया है। साफ-सफाई की जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। पेरेंटृस काफी खुश हैं। करीब 80 प्रतिशत ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए स्वीकृति दी है।

राजीव शर्मा, डायरेक्टर, प्रेजिडेंसी पब्लिक स्कूल

सभी गाइडलाइंस का पूरा पालन करते हुए स्कूलों को खोला जा रहा है। किसी भी स्टूडेंट को स्कूल आने के लिए फोर्स नहीं किया जाएगा। जो नहीं आएंगे उनके लिए ऑनलाइन क्लासेज की सुविधा चलती रहेगी। पेरेंट्स को अगर कहीं भी समस्या आएं तो वह स्कूल मैनेजमेंट सें बात कर सकते हैं।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव