सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की तलाश में नाकाम

पुलिस पीडि़त परिवार की भी खंगाल रही हिस्ट्री

लोन की किस्त के लिए दुकान में रखे थे 10 लाख रुपये

Meerut जागृति विहार सेक्टर दो में भागमल ज्वैलरी में लूट के बाद अमन जैन की हत्या के मामले में सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस अब सतीश जैन की हिस्ट्री खंगाल रही है। शुक्रवार को भी कई थाना प्रभारियों ने अलग अलग से सतीश जैन से पूछताछ की। दरसअल, पुलिस को संदेह है कि लॉकडाउन के समय में दुकान के अंदर दस लाख की नकदी कहां से आ गई। ऐसे में पुलिस बारी बारी से सतीश जैन से पूछताछ कर रही है।

अलग-अलग पूछताछ

सतीश जैन ने बताया कि अमन जैन पर सात लाख रूपये बैंक का लोन था। पांच लाख और दस लाख की दो लिमिट बनवा रखी थी। उसके अलावा सतीश जैन ने भी दस लाख का लोन ले रखा था। सतीश जैन का कहना है कि लॉकडाउन के समय में लोन की कोई भी किस्त जमा नहीं की थी। मार्च से रकम एकत्र कर रहे थे। ताकि बैंक की लिमिट में दस लाख की रकम जमा कर सकें। पुलिस को सतीश जैन की कहानी हजम नहीं हो रही है। यही कारण है कि शुक्रवार को कई थाना प्रभारी बारी-बारी से सतीश जैन के घर पहुंचे। क्राइमसीन को बार-बार सतीश जैन से क्रिएट कराया जा रहा है। पुलिस पड़ताल कर रही है कि बदमाशों को दस लाख की जानकारी कहां से मिली। पुलिस की एक टीम इसकी जानकारी जुटा रही है।

बेहद शातिर थे बदमाश

सतीश जैन ने बताया कि अमन को बदमाशों ने दो गोली मारी थी। दुकान के अंदर गर्दन में गोली मारी थी। उसके बाद भी अमन ने बदमाशों को नहीं छोड़ा तो दूसरी गोली अमन की कनपटी पर मार दी। उसके बाद की मौत हो गई। पुलिस मान रही है कि बदमाशों बड़े शातिर थे। चारों बदमाशों के हाथ में तमंचे थे। घटना को देखकर लग रहा था कि सभी बदमाश पहले भी वारदातों को अंजाम दे चुके है। पुलिस मान रही है कि बदमाश मोदीनगर एरिया के रहने वाले है। ऐसे में पुलिस मोदीनगर एरिया के सभी बदमाशों पर फोकस कर रही है।

212 कैमरे खंगाले, 700 मोबाइल नंबरों की हुई पड़ताल : पुलिस की दस टीमों ने मेरठ से लेकर हापुड़ तक सभी कैमरे खंगाले गए है। पुलिस के कंट्रोल रूम में लगे कैमरों की भी फुटेज दोबारा से देखी गई है। उसके बाद भी पुलिस को कोई क्लू नहीं मिल पाया। हैरत की बात है कि लूट के बाद वापस भागते समय एक बदमाश ने अपना चेहरा भी खोल लिया था। तब भी फुटेज से बदमाशों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने मेरठ से लेकर हापुड़ तक 212 कैमरे खंगाल लिए है। साथ ही जागृति विहार और काशीराम नगर के 700 मोबाइल नंबरों की बीटीएस उठाया है। उसके बाद भी पुलिस बदमाशों तक पहुंच नहीं पा रही है।