दिनभर अधिवक्ताओं ने किया हंगामा, सपा-भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने लगाया जाम

बेटे और बहू के विवाद में विधायक पर जबरन 15 लाख में समझौता कराने का आरोप

Meerut । एक जनप्रतिनिधि और पुलिस के उत्पीड़न से तंग आकर शहर के मशहूर अधिवक्ता ओमकार तोमर ने ईशापुरम स्थित अपने आवास पर फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि ओमकार तोमर अपने बेटे के ससुराल पक्ष से चल रहे विवाद को लेकर तनाव में थे। पुलिस ने तीन पेज का सुसाइड नोट सील कर दिया है। बेटे और बहू में चल रहे विवाद से अधिवक्ता मानसिक रूप से परेशान थे।

प्रताडि़त करने का आरोप

परिवार के लोगों और अधिवक्ताओं ने हस्तिनापुर विधायक समेत 14 लोगों पर आत्महत्या के लिए प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। इस पर सपा, कांग्रेस नेताओं ने थाने के सामने जाम लगाकर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। मुकदमा दर्ज होने के बाद ही जाम खोला गया।

ये है मामला

खरखौदा के ऐंची खुर्द निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता ओमकार तोमर परिवार के साथ गंगानगर के ईशापुरम में रहते थे। वे अधिवक्ता परिषद के महामंत्री थे। यही नहीं मेरठ बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष भी रह चुके थे। रविवार को ओमकार की पत्‍‌नी कुसुम और बेटा दिव्येश कस्थला गांव में किसी काम से गए थे।

घर पर अकेले थे

शनिवार को वे घर पर अकेले थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे पड़ोस में रहने वाले कालू फौजी घर के सामने से जा रहे थे। तभी उन्होंने देखा कि ओमकार रस्सी से घर के बरामदे में लटके हैं।

सुसाइड नोट सील

उन्होंने छोटे भाई शिवकुमार को जानकारी दी। सूचना पर दारोगा सुभाष राजपूत मौके पर पहुंचे, जो तीन पेज का सुसाइड नोट अपने साथ लेकर चले गए। पुलिस का दावा है कि परिवार की मौजूदगी में सुसाइड नोट सील किया गया।

विधायक ने कराया था समझौता

बेटे दिव्येश ने बताया कि भाई लव कुमार का शादी के बाद से ही पत्‍‌नी के साथ विवाद चल रहा था। उसमें विधायक हस्तिनापुर दिनेश खटीक ने समझौता कराया था। शुक्रवार को समझौते की रकम मांगने के लिए विधायक पक्ष के प्रधान मुनेंद्र और अन्य लोग घर पर आए और 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया। रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। तभी से पिता मानसिक तनाव में आ गए थे। इसी से प्रताडि़त होकर उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी। दिव्येश की तरफ से दिनेश खटीक, दो पूर्व प्रधान, एक प्रधान और लव कुमार की पत्‍‌नी स्वाति और ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

पजिनों ने लगाया जाम

वहीं मृतक अधिवक्ता की मौत से गुस्साए परिजनों ने शनिवार को गंगानगर थाने पर हंगामा करते हुए मेन रोड जाम कर दिया। पुलिस के विरोध में नारे लगाए गए। साथ ही विधायक पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई।

विधायक पर मुकदमा

परिजनों के दवाब और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया।

वर्जन

अधिवक्ता ओमकार सिंह ने आत्महत्या कर ली है। परिवार के लोगों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। शव के साथ मिले सुसाइड नोट को सील कर फोरेंसिंक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस निष्पक्ष विवेचना कर रही है।

अजय साहनी, एसएसपी

-----------------

पैरोल से छूटे युवक का मिला शव

शनिवार सुबह जेल से पैरोल पर छूटने के बाद एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार को ही युवक पैरोल पर जेल से छूटा था। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक के शव के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

मिला सुसाइड नोट

पुलिस ने अनुसार 45 वर्षीय तुषार गुप्ता का शव शनिवार को घंटाघर स्थित ताज होटल के पास मिला है। तुषार ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। उसमें लिखा है कि मेरा नाम तुषार गुप्ता पुत्र विनोद गुप्ता निवासी शांति नगर रेलवे रोड मेरठ है। मैं अपने पूरे होश-हवास में यह पत्र आपको लिख रहा हूं। मैं स्वेच्छा से आत्महत्या कर रहा हूं।

10 साल की हुई थी सजा

पुलिस ने बताया कि एक दिन पहले ही कैदी जेल से पैरोल पर रिहा किया गया था। कुछ दिन पहले परतापुर पुलिस ने रंगदारी में जेल भेज था। वहीं कैदी के भाई ने बताया कि तुषार को 10 साल की सजा हुई थी और पत्नी लगभग 10 साल से अलग रह रही है इस कारण से वह लंबे समय से तनाव में चल रहा था। पुलिस ने बताया कि पारिवारिक कारणों के चलते कैदी ने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।