यह था मामला
मवाना रोड जीपी 170 गंगा नगर में लखन शर्मा परिवार के साथ रहते हैं। लखन शर्मा इलाहाबाद बैंक में शाखा प्रबंधक है। पास में रहने वाले सुखबीर सिंह भारद्वाज का आरोप है कि लखन शर्मा के बेटे आशुतोष शर्मा ने साई प्लाजा गंगा नगर में मोडेक्स कोयोडिटी ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ऑफिस खोल रखा है। लखन शर्मा का इनके घर आना जाना है। लखन शर्मा का बेटा आशुतोष भी इनके घर आने-जाने लगा। जहां उसने प्राइम डॉट इन कंपनी के बारे में जानकारी दी। जिसमें पैसे इन्वेस्ट करने पर लाभ के बारे में बताया था। आशुतोष ने बताया था कि वह कंपनी में मैनेजर के पद पर है.

खेल हुआ शुरू

आरोप है कि लखन शर्मा और उनके बेटे आशुतोष ने विश्वास में लेकर पांच जुलाई 2013 को पंजाब नेशनल बैंक में एक लाख रुपए का चैक, 12 जुलाई को दो लाख का चैक, 14 जुलाई को फिर एक लाख का चैक, 16 अगस्त को दो लाख का चैक दिया गया। जनवरी तक कुल मिलाकर 28 लाख रुपए आशुतोष शर्मा को दिए गए। इन लोगों की नियत शुरू से ही खराब लग रही थी। उसने दूसरे कई और लोगों से भी लाखों रुपए लिए थे। बहुत सारे लोगों से उसने कई करोड़ रुपए ठग रखे हैं।

फर्जी है कंपनी

पीडि़त लोगों का कहना है कि जब आशुतोष से दिए गए रुपए के बारे में पूछा गया और उससे मिलने वाले लाभ के लिए कहा तो उसने नानुकुर शुरू कर दी। इसके बाद इन लोगों ने कहने पर पंद्रह लाख का एक्सिस बैंक का और सात लाख का पंजाब नेशनल बैंक का चैक देकर कहा कि आठ जनवरी के बाद ये चैक भुगतान होंगे। छह लाख जनवरी के अंत में देने के लिए कहा था। सुखवीर का कहना है कि इन लोगों को पैसा ना देना पड़े इसके लिए आशुतोष को उसकी पत्नी के साथ बाहर भेज दिया। साथ ही उसके नाम से एक सुसाइड नोट लिखकर रख दिया.

कहां है आशुतोष

सुखबीर और उसके साथ आए अन्य पीडि़तों ने एसएसपी को शिकायत पत्र देते हुए मामले में जांच की मांग की। साथ ही आरोपी आशुतोष और उसके पिता लखन शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर ठगे गए रुपए वापस दिलाने की मांग की है। इन लोगों का कहना है कि आशुतोष ने अपने सुसाइड नोट में इन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। जबकि वह लोगों के करोड़ों रुपए ठगकर गायब हो गया। अब आशुतोष के परिजनों से पैसे के लिए कहा जाता है तो वे धमकी और देते हैं.