प्रदेश के 11 जिलों में होगा सर्वे, मेरठ का नाम भी शामिल

वायरस स्प्रैड के साथ ही पता चलेगा कि कम्यूनिटी ट्रांसमिशन हुआ या नहीं

Meerut। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का स्प्रैड कितना हैकम्यूनिटी ट्रांसमिशन है या नहीं, लोगों में एंटी बॉडीज की क्या स्थिति हैये जानने में मेरठ भी अहम भूमिका निभाने जा रहा है। कोरोना वायरस की स्थिति जानने के लिए प्रदेश भर के 11 जिलों में सीरोलॉजिकल सर्वे करवाया जाएगा। वहीं सीरो टेस्ट के लिए लखनऊ से एक्सप‌र्ट्स की एक टीम जल्द मेरठ भेजी जाएगी। जिला स्तर पर चयनित टीम इनके निर्देशन में काम करेगी।

क्या है सीरोलॉजिकल सर्वे

सीरोलॉजिकल सर्वे या सीरो टेस्ट एक तरीके का ब्लड टेस्ट होता है। जिससे ब्लड में मौजूद एंटी बॉडीज की पहचान की जाती है। इसके जरिए इम्यून सिस्टम द्वारा वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए बनाए गए प्रोटीन पर फोकस कर जांच होती है। इसे ही एंटी बॉडी टेस्ट या सीरो सर्वे कहा जाता है।

ये है वजह

कोरोना वायरस को लेकर देश में कई तरह की रिसर्च हो रही हैं। वहीं ये भी सामने आया है कि लोग कोरोना वायरस से इंफेक्टेड हो रहे हैं लेकिन ए सिम्प्टोमेटिक यानी कोई लक्षण नहीं होने की वजह से कुछ दिन में वह खुद ही ठीक हो गए। उनका शरीर वायरस से लड़ा और एंटीबॉडी बनने लगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सही स्थिति की जानकारी के लिए ये सर्वे करवाया जा रहा है। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि इससे पता लग जाएगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण प्रदेश में कितनी आबादी तक फैला है और लोगों के अंदर इस वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी डेवलप हुई या एंटी बॉडी बनी इसका पता लगाया जाएगा।

ऐसे होगा सर्वे

कोरोना संक्रमण के स्प्रैड का पता लगाने के लिए चयनित जिलों के डीएम को भी निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके तहत सीएमओ की ओर से टीमें गठित की जाएंगी। ये टीमें अलग-अलग इलाकों में जाकर सैंपल कलेक्ट करेंगी। इनकी जांच केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी लैब में होगी। इसके बाद प्रदेश के सभी जिलों के सैंपल्स की जांच के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंपी जाएगी। हर जिले में 10 टीमें लगभग 20 हजार लोगों पर सर्वे करेंगी।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति है, लोगों में एंटी बॉडी डेवलप हो रही या नहीं, सीरो सर्वे से कई चीजों का पता लगाया जाएगा। वायरस का स्प्रैड और उसकी पावर का पता लगाने में भी मदद मिलेगी।

डॉ। वेद प्रकाश, ओएसडी, मेरठ

सीरो सर्वे के आधार पर कोरोना वायरस की सही स्थिति का पता लग सकेगा। जिसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ