- उत्पाती किशोरों को जिला कारागार में शिफ्ट कर सकता है प्रशासन

- इन किशोरों ने बना लिया है जेल में पूरा गैंग

मेरठ: तीन दिन तक चले बंदी किशोरों के बवाल के बाद बाल संप्रेक्षण गृह में से उत्पाती किशोरों को जिला कारागार शिफ्ट किया जा सकता है।

हो सकते हैं शिफ्ट

बाल संप्रेक्षण गृह में रह रहे उत्पाती बंदी किशोरों को यहां से शिफ्ट किया जा सकता है। तीन दिन से बंदी किशोर यहां पर बिजली, पानी, खाने की समस्याओं को लेकर उत्पात मचा रहे थे। बाल संप्रेक्षण गृह में कर्मचारियों के ना आने की वजह से भी बंदी किशोर काफी खफा रहते हैं।

सुरक्षा की भी कमी

सूरजकुंड में स्थित बाल संप्रेक्षण गृह सुरक्षा की दृष्टि से बेहद कमजोर है। यहां पर कर्मचारियों की कमी तो है ही, साथ ही पुलिस कर्मियों की संख्या भी ना के बराबर है। यही वजह रही है कि कई बार यहां से बंदी किशोरों के भागने की घटनाएं होती रही हैं। वहीं बड़ी उम्र के उत्पाती किशोरों ने इतना बड़ा बवाल खड़ा कर दिया।

कॉलोनी वाले भी रहते परेशान

बाल संप्रेक्षण गृह के सामने गांधीनगर कॉलोनी स्थित है। यहां पर रहने वाले लोग अक्सर किशोरों की बदतमीजी का शिकार होते रहते हैं। कॉलोनी में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं का छत पर जाना भी बंद हो गया है। वहीं यहां से गुजरने वाली लड़कियों और महिलाओं पर फबत्तियां कसने में भी किशोर बाज नहीं आते हैं। इस वजह से कॉलोनी वासियों में भी काफी गुस्सा है। अगर जेल से उत्पाती किशोर शिफ्ट होते हैं तो थोड़ा सुकून कॉलोनी वालों को जरूर मिलेगा।

बच्चा जेल में से उत्पाती किशोरों को जिला कारागार परिसर में ही शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है। जिससे जेल में से इनका गैंग खत्म हो सके।

- यतेन्द्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी