- स्कूली बच्चों से प्रधानमंत्री का सीधा संवाद 4 को

- स्कूलों में कहां से आएगा हाई स्पीड इंटरनेट

- शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सूचना तक नहीं

Meerut : चार सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से बच्चों से सीधा संवाद करने वाले हैं, मगर सरकारी स्कूलों में बच्चों तक यह संवाद कैसे पहुंचेगा यह चिंता का विषय बना हुआ है। हालात तो इतने बुरे हैं कि शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों को अभी तक इतनी भी नॉलेज नहीं है कि प्रधानमंत्री आखिर स्कूलों के लिए कौन सा संवाद करने वाले हैं। उधर जिन स्कूलों एक रेडियो तक नहीं हैं, वहां तो समस्या और भी गंभीर है।

आलाधिकारियों को नहीं जानकारी

डीआईओएस कार्यालय पर वैसे तो प्रधामंत्री के संवाद के बारे में दो पेज का निर्देश आया हुआ है। यह लेटर 28 अगस्त को ही विभाग में पहुंच गया था, लेकिन आलाधिकारियों को यह जानकारी तक नहीं है। जब मंगलवार को इस बारे में आलाधिकारियों से चर्चा की गई तो उन्होंने मेल चेक दिया और जल्दबाजी में स्कूलों को निर्देश जारी किए गए।

स्कूलों में रेडियो नहीं

शहर में तीन सौ से ऊपर सरकारी, सहायता प्राप्त, एडेड स्कूल हैं, जिसमें 60 परसेंट स्कूलों में तो रेडियो ही नहीं है। वहीं अगर हम बेसिक स्कूलों की बात करें तो बेसिक स्कूलों की भी 14 सौ से अधिक संख्या है, उनमें से 50 परसेंट स्कूलों में रेडियो ही नहीं हैं। उधर हाई स्पीड इंटरनेट और टीवी पर लाइव टेलीकास्ट दिखाने के शिक्षा विभाग दावे कर रहा है, लेकिन हालात तो इतने बुरे हैं कि स्कूलों में झांकने भर को एक टीवी स्क्रीन भी नही है, तो आखिर कैसे बच्चे सीधा संवाद कर पाएंगे और कैसे होगा लाइव टेलीकास्ट।

पिछले साल भी रहे बुरे हाल

पिछले साल भी प्रधानमंत्री ने लाइव टेलीकास्ट के जरिए बच्चों से सीधे संवाद किया था, तब भी सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों में बच्चों को यह लाइव टेलीकास्ट दिखाया गया था, लेकिन सरकारी स्कूलों कोई इंतजाम ही नहीं थे। हालात तो इतने बदतर थे कि 30 परसेंट बच्चों को अंतिम समय पर दूसरे स्कूलों में जाना पड़ा था। 30 परसेंट स्कूलों तो लाइव टेलीकास्ट न तो दिखाया गया था न ही सुनाया गया था। बाकी 40 परसेंट में भी बस रेडियो के माध्यम से ही स्कूलों में बच्चों को यह संवाद कार्यक्रम दिखाया गया था। अब जब प्रोग्राम में एक ही दिन शेष है तो विभाग ने सूचना ही भेजनी शुरू की है। ऐसे में कैसे स्कूलों में इतने बड़े कार्यक्रम की व्यवस्थाएं की जाएंगी यह भी बड़ा सवाल है।

हमें कल ही निर्देश मिला है, हम स्कूलों को अब सूचना भेज रहे हैं। कुछ स्कूलों में जानकारी जा चुकी है।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस