व्यापारी अपने स्तर पर ग्राहकों से बना रहे दूरी, किए कई इंतजाम

दुकानों में पॉलीथिन और रस्सी बांधकर बना रहे दूरी

शास्त्रीनगर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बदली बाजारों की सूरत

Meerut। कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर शहर के बाजारों में बंदिशों और दूरी बनाने का दौर शुरु हो गया है। साल 2020 में बनी बाजारों की स्थिति दोबारा बाजारों में दिखाई देना शुरु हो गई। व्यापारी इस बार खुद से सजग हो गए हैं क्योंकि उनको लॉकडाउन मंजूर नही है। भले ही ग्राहकों से दूरी कितनी भी बढ़ जाए। बाजारों की इस बदलती सूरत को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने अपने कैमरे में कैद कर रियलिटी चेक किया।

मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग

गत वर्ष की तरह अब दोबारा से शहर के बाजारों में व्यापारियों न दुकानों पर मास्क के बिना एंट्री बैन कर दी है। इसके साथ ही एंट्री से पहले सेनेटाइजर का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है। इससे संबंधित पोस्टर तक दुकानों के बाहर लगा दिए गए हैं ताकि ग्राहक अंजाने में भी इन नियमों की अनदेखी ना कर दे।

ग्राहकों से दूरी

अधिकतर बेकरी, डेयरी, कन्फेंसनर और परचून की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए रस्सी बांधकर ग्राहकों से दूरी बनाई जा रही है। ग्राहकों को रस्सी के पार खड़ा रख कर उनकी डिमांड को पूरा किया जा रहा है। इससे व्यापारी खुद को संक्रमण से सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं।

पॉलीथिन की दीवार से सेफ्टी

कोरोना संक्रमण का असर सामने वाले संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट के संपर्क में आने से होता है। ऐसे में इस थ्योरी के अनुसार संक्रमण से बचने के लिए अधिकतर व्यापारियों ने अपनी दुकान, शोरूम या काउंटर पर परमानेंट पॉलीथिन की दीवार बना दी है। इससे ग्राहक व्यापारी के संपर्क में रहता है लेकिन उसका संक्रमण पॉलीथिन के कारण रूक जाता है।

नहीं हो रहे ट्रायल

कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक असर कपडे़ और ज्वैलरी खरीदने वाले ग्राहकों पर पड़ा है। अधिकतर गारमेंट शोरूम और ज्वैलरी शॉप ने अपने शोरूम में ट्रॉयल और एक्सचेंज पर रोक लगा दी है। यानि केवल देखों और खरीद कर ले जाओ। इससे व्यापार पर भी असर आया है लेकिन संक्रमण से बचाव के लिए व्यापारी यह रिस्क भी लेने को तैयार हैं।

हम लॉकडाउन के पक्ष में नही है प्रशासन यदि सख्ती चाहता है तो दिन के अनुसार बाजार में दुकानें खोलने की अनुमति दे दें। क्योंकि व्यापारियों ने संक्रमण से बचाव की सभी प्रकार की तैयारियां की हुई हैं।

राजीव त्यागी, गारमेंट व्यापारी

संक्रमण फैलने से रोकने के कई उपाय है केवल लॉक डाउन ही समाधान नही है। व्यापारी अपने स्तर पर सजग है और उसका असर भी बाजारों में दुकानों पर देखने को मिल रहा है। दुकानों में सुरक्षा सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था कर दी गई है।

प्रदीप कुमार, स्टेशनरी व्यापारी

मॉस्क के बिना हमने एंट्री बैन कर दी है कपड़ों के ट्रायल पर रोक लगा दी है। लॉक डाउन से बेहतर है कि दिन के अनुसार बाजार खुलने का समय निर्धारित किया जाए।

देवांश, गारमेंट व्यापारी

ग्राहक भी अब यह समझने लगे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग में खुद उनकी भी सुरक्षा है। वह खुद दूरी बनाकर खरीददारी कर रहे हैं। ऐसे में लॉक डाउन से बेहतर जागरुकता को प्राथमिकता देना है।

पुष्पा, गिफ्ट शॉप