मेरठ (ब्यूरो)। जिले में अगर कहीं चौड़ी-चौड़ी चमचमाती सड़कें, हर तरफ हरियाली और सुंदर चौराहे और उन पर फौजी तैनात दिखें तो समझ लीजिए कि आप कैंट में हैैं। क्योंकि यही कैंट की पहचान है। मगर खबर यह नहीं है, खबर यह है कि कैंट क्षेत्र इन दिनों लोग करीब 300 अवैध कनेक्शन के सहारे पानी चोरी करने में जुटे हैैं। जिसके चलते वैध कनेक्शन वाले आवेदकों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। हालांकि कैंट बोर्ड इन सभी कनेक्शंस की जांच में जुट गया है।

300 लोगों को नोटिस
कैंट बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो क्षेत्र में करीब 20 हजार परिवार रहते हैैं। मगर सूत्रों की मानें तो कैंट एरिया में हजारों लोगों ने पानी की मेन पाइपलाइन से अवैध कनेक्शन ले रखे हैं। इस बाबत पहले भी करीब दो हजार लोगों को कैंट बोर्ड नोटिस भेज चुका है। अब कैंट बोर्ड के पास करीब 300 ऐसे लोगों की शिकायत पहुंची है, जो कैंट बोर्ड की मेन पानी की पाइप लाइन में पाइप जोड़कर अवैध कनेक्शन के सहारे पानी चोरी कर रहे हैैं।

दो तरह के अवैध कनेक्शन
कैंट की जांच में सामने आया है कि क्षेत्र में दो तरह के अवैध कनेक्शन चल रहे हैैं। पहला अवैध कनेक्शन वो जो वैध कनेक्शन वाले आवदेक ने अपने पाइन से जोड़कर दूसरे को दे रखा है। दूसरा अवैध कनेक्शन वो है, जिसमें वैध कनेक्शन वाले आवेदक की जानकारी के बिना पाइप जोड़कर पानी चोरी किया जा रहा है। ऐसे आवेदकों को पूरी तरह पानी की सप्लाई नहीं मिल पाती है और वह इसकी शिकायत अक्सर कैंट बोर्ड ऑफिस में करते हैैं।

जुर्माना वसूला जाएगा
कैंट बोर्ड की टीम इन सभी अवैध कनेक्शंस की जांच में जुट गई है। सभी कनेक्शन की जांच कर संबंधित लोगों की सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद इन सभी को नोटिस जारी कर जुर्माना वसूली की कार्रवाई की जाएगी। अवैध कनेक्शन पर बोर्ड की ओर से 10 हजार जुर्माने का प्रावधान है। साथ ही जबसे अवैध कनेक्शन चल रहा है, तब से 40 रुपए महीना जोड़कर वसूला जाएगा।

दो तरह का जुर्माना
कैंट बोर्ड के मुताबिक अवैध कनेक्शन के माध्यम से पानी का दोहन करने वालों पर नकेल कसने के लिए पानी के चार्ज के साथ ही उनसे पाइप लाइन का चार्ज भी अलग से वसूला जाएगा। इसके साथ ही अगर कोई उस लाइन से किसी अन्य पानी की लाइन को जोड़ा गया है तो वह भी दो तरह के जुर्माने की जद में आ जाएगा।

600 रुपए फिक्स चार्ज
कैंट बोर्ड की ओर से क्षेत्र में पानी कनेक्शन के लिए सालभर का फिक्स चार्ज 600 रुपए हैं। इसके अलावा पानी का 40 रुपए महीना अलग चार्ज भी देना होता है। साथ ही लाइन चार्ज भी देना अनिवार्य है। लाइन चार्ज का निर्धारण मेन पाइपलाइन से कनेक्शन लेने वाले के घर की दूरी के आधार पर होता है। मुख्य लाइन से पानी का कनेक्शन लेने वाले का घर जितना दूर होगा, लाइन चार्ज भी उनता ही ज्यादा होगा।

ऐसे मिलता है कनेक्शन
यदि किसी को कैंट क्षेत्र में पानी का कनेक्शन लेना है तो उसे पहले कैंट बोर्ड में ऑफलाइन या ऑनलाइन तरीके से आवेदन करना होगा। हालांकि इस वक्त ऑनलाइन पर ही फोकस किया जा रहा है। उसके बाद कैंट बोर्ड के कर्मचारी आवेदक को वैरिफाई करके पानी की मेन पाइपलाइन से उसका कनेक्शन जोड़ते हैैं। इसके बाद कनेक्शन का पूरा एस्टीमेट तैयार कर आवेदक को दिया जाता है।

पानी के अवैध कनेक्शन को लेकर पहले भी कई बार शिकायत की गई है। लेकिन इसको लेकर कैंट सीरियस नहीं है। हर बार कनेक्शन काटने की बात कहते हैं पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
अरूण, कैंटवासी

पानी अन्य लोग चुराते हैं, लेकिन इसके चलते कभी-कभी मेन कनेक्शन वालों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है। ऐसे लोगों पर अगर कार्रवाई हो तो स्थिति में कुछ सुधार आए।
ममता, कैंटवासी

पानी के अवैध कनेक्शन के मामले में कैंट बोर्ड अक्सर विभिन्न तरह की कार्रवाई करने के दावे करता है। मगर हकीकत यह है कि कैंट बोर्ड केवल पैसा वसूलकर मामले को रफा-दफा कर देता है।
अमित बंसल, महामंत्री सदर व्यापार मंडल

कैंट क्षेत्र में पानी के अवैध कनेक्शन को लेकर लगातार शिकायतें आती रहती हैैं। मगर इस बारे में कैंट बोर्ड कोई कार्रवाई करता ही नहीं है। कैंट को तुरंत क्षेत्र में अवैध कनेक्शन खत्म करने चाहिए।
नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

जिन लोगों ने अवैध रूप से पानी की पाइप लाइन में पाइप जोड़कर कनेक्शन ले रखा था उनको नोटिस जारी किया है। उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। उसके बाद उनको कनेक्शन दिया जाएगा, जिसका अलग चार्ज होगा। कुछ अवैध कनेक्शन की शिकायतें आई हैं, जिनको जांचकर उन्हें काटा जाएगा।
ज्योति कुमार, सीईओ, कैंट बोर्ड