मेरठ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का जागरूक अभियान सेफ्टी फर्स्ट हेलमेट मस्ट दूसरे दिन भी जारी रहा। सोमवार को शहर के बेगमपुल, केसरगंज और रेलवे रोड चौराहे पर अभियान चलाकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और यातायात पुलिस की टीम ने बिना हेलमेट दुपहिया वाहन लेकर निकले चालकों को न केवल जागरूक किया बल्कि उनको यातायात के नियमों का पालन करने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान बिना हेलमेट वाहन लेकर निकले वाहन चालक अपनी गलती छुपाने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाते दिखे। हालांकि बाद में सबने अपनी गलती मानी और आगे से हेलमेट पहनने की शपथ भी ली।

बेगमपुल चौराहा
बेगमपुल शहर का सबसे प्रमुख चौराहा है यहां निरंतर ट्रैफिक पुलिस की कवायद जारी रहती है। इसके बाद भी चौराहे पर नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों की संख्या कम होने का नाम नही ले रही है। अभियान के दौरान बेगमपुल चौराहे पर बिना हेलमेट बाइक सवार एक युवक को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो युवक चालान के डर से भागने लगा। पुलिस ने दौड़कर उसे पकड़ा और हेलमेट न पहनने का कारण पूछा। युवक ने बताया कि वह शादी में आया हुआ है और अपने एक रिश्तेदार की बाइक ली हुई है। इस पर उसको समझाया गया कि हेलमेट केवल चालान से बचने के लिए नही है यह आपकी सुरक्षा के लिए है। युवक के माफी मांगने पर उसको दोबारा हेलमेट पहनकर ही बाइक चलाने की शपथ दिलाकर जाने दिया गया।

केसरगंज चौराहा
नगर निगम, घंटाघटर, रेलवे गोदाम और भैंसाली बस डिपो के मार्ग को जोडऩे वाले इस चौराहे पर आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। रिहायशी इलाके के बीच होने के कारण इस चौराहे के आसपास के लोग बिना हेलमेट वाहन दौड़ते रहते हैं। जागरुकता अभियान के तहत बाइक सवार युवक को बिना हेलमेट रोका गया तो युवक बहाना बनाने लगा कि घर पास में ही है और दवा लेने जा रहा था इसलिए हेलमेट नही पहना। वहीं एक स्कूटी सवार बुजुर्ग ने तो यहां तक कहा कि हेलमेट से सिर में दर्द रहता है इसलिए डॉक्टर ने मना किया है। केसरगंज चौराहे पर आधा दर्जन से अधिक वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए जागरुक किया गया।

रेलवे रोड चौराहा
घंटाघर और रेलवे स्टेशन आने जाने वालों को इस चौराहे से होकर गुजरना पड़ता है। इसलिए दिनभर वाहनों भरपूर आवाजाही रहती है। इस चौराहे पर निरंतर चेकिंग के बाद भी वाहन चालक यातायात के नियमों का पालन नही करते हैं। रेलवे रोड चौराहे पर अभियान के दौरान सबसे अधिक कालेज के स्टूडेंट बिन हेलमेट दुपहिया वाहन दौड़ते मिले। अभियान के दौरान स्टूडेंटस को रोक कर हेलमेट ना पहनने के रिस्क समझाए गए। स्टूडेंस ने शपथ ली उसके बाद उनको जाने दिया गया। इस दौरान एक स्टूडेंट को हेलमेट तक दिया गया।