कलक्ट्रेट पर सपाइयों ने किया हंगामा, पुलिस को चकमा देकर किया धरना प्रदर्शन

कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, अतुल प्रधान समेत 50 से ज्यादा नेता गिरफ्तार

पुलिस ने सुबह ही शहर विधायक समेत अन्य सपा नेताओं को घर में किया नजरबंद

Meerut। कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करने जा रहे सपा नेताओं की पुलिस -प्रशासनिक अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस ने धक्का -मुक्की के बीच सपा नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान अतुल प्रधान और उनके कार्यकर्ताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अतुल प्रधान ने कहा कि किसानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा।

तैनात था फोर्स

सपा के कलक्ट्रेट घेरने को लेकर पुलिस ने सोमवार सुबह से ही व्यवस्था चाक-चौबंद की हुई थी। पीएसी, आरएएफ के साथ-साथ शहर के 10 थानों का फोर्स तैनात था। एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह और एडीएम सिटी अजय तिवारी फोर्स के साथ कमिश्नरी पर डटे थे।

धक्का-मुक्की और नोकझोंक

इस दौरान मेरठ कॉलेज के अंदर से सपा नेता अतुल प्रधान, जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह अपने कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी करते हुए हाथों में झंडे लेकर कलक्ट्रेट की ओर जाने लगे। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष को मेरठ कॉलेज गेट पर ही पुलिस प्रशासन ने रोक लिया मगर अतुल प्रधान कार्यकर्ताओं के साथ कमिश्नरी गेट के सामने पहुंचे। एसपी सिटी और पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान अतुल प्रधान की तीखी नोकझोंक एसपी सिटी से हो गई।

किया गिरफ्तार

वहीं, अतुल प्रधान और मेरठ कॉलेज के छात्र नेता अनुज जावला दोनों ही धरना देकर सड़क पर बैठ गए। एसपी सिटी ने हाथ पकड़कर अतुल प्रधान को उठाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठे। पंद्रह मिनट की मशक्कत के बाद अतुल और अनुज को गिरफ्तार किया गया। पीछे-पीछे सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह को उनके कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस को दिया चकमा

दरअसल, सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह और अतुल प्रधान को नजरबंद करने की पूरी प्लानिंग अधिकारियों ने रविवार रात में की थी। मगर यह नेता पुलिस की घेराबंदी से पहले ही अपने आवास छोड़कर दूसरे ठिकानों पर पहुंच गए थे। इसके बाद सोमवार सुबह पुलिस ने कचहरी, कमिश्नरी और कलक्ट्रेट तक बैरिकेडिंग कर दी थी। मगर पुलिस-प्रशासन को चकमा देकर अतुल प्रधान और राजपाल सिंह अपने कार्यकर्ताओं के साथ मेरठ कॉलेज के बीएनएम हॉस्टल में घुसे और कॉलेज के अंदर से होते हुए सीधे कमिश्नरी गेट पर पहुंच गए,

पूर्व मंत्री घर से गिरफ्तार

वहीं, सोमवार सुबह पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर और उनके बेटे नवाजिश शाहिद को पुलिस ने उनके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, सुबह ही पुलिस फोर्स फैज-ए-इंटर कॉलेज के पास उनके घर पर तैनात कर दिया गया था। जैसे ही वह आंदोलन में शामिल होने के लिए घर से निकले तो पुलिस शाहिद मंजूर, उनके बेटे और सैंकड़ों समर्थकों को गिरफ्तार कर दौराला ले गई। जहां एक कॉलेज में सभी को नजरबंद कर रखा गया। पुलिस ने शहर विधायक रफीक अंसारी, इसरार सैफी समेत सपा के कई नेताओं को भी उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया। सपा नेता परविंद्र सिंह ईशू को उनके थापर नगर स्थित कार्यालय पर नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ ही सपा नेता गोपाल अग्रवाल, बाबर चौहान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

धारा 144 लगी हुई है, ऐसे में किसी भी प्रकार के धरने-प्रदर्शन को इजाजत नहीं है। सपा नेता धरना देने के लिए आए थे उनको गिरफ्तार कर लिया गया।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने रखा उपवास

कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलित किसानों के समर्थन को लेकर पुलिस ने तीसरी बार कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश काजला को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया। विरोध जताते हुए जिलाध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपवास पर बैठे। इस मौके पर संजय गोयल, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।

सपा जिलाध्यक्ष राजपाल और अतुल प्रधान पर मुकदमा

सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह और नेता अतुल प्रधान पर पुलिस ने मेरठ कालेज में घुसकर अफरा तफरी मचाने का आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। सपा नेताओं पर कालेज में घुसकर नारेबाजी कर माहौल खराब करने का आरोप है। साथ ही कोरोना संक्रमण के दौरान छात्रों में अफरा तफरी मच गई, जो एक दूसरे के ऊपर गिर गए। कालेज के प्राचार्य ने दोनों पर मुकदमा दर्ज कराया है। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि सुबह 11 बजे समाजवादी पार्टी के बाहरी तत्व महाविद्यालय परिसर में घुसकर राजपाल सिंह, अतुल प्रधान और सम्राट मलिक की मौजूदगी में उनके नाम की नारेबाजी करने लगे। कालेज प्राचार्य युद्धवीर सिंह ने बताया कि सपा नेताओं की इस हरकत से कालेज परिसर में मौजूद छात्रों में अफरा तफरी मच गई। शिक्षक और कर्मचारियों में भी भय का माहौल बन गया। पुलिस बुलाने के बाद ही सपा नेता कालेज परिसर से बाहर गए है। प्राचार्य की तरफ से राजपाल सिंह, अतुल प्रधान और सम्राट मलिक समेत कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ लालकुर्ती थाने में महामारी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया।