मेरठ, ब्यूरो। शासन के आदेश पर अन्य जनपदों से ट्रांसफर होकर आए कैदियों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही जेल में इंट्री पर स्टाफ से लेकर मिलने वालों की बारीकी से चेकिंग की जा रही है। इससे कि जेल के अंदर किसी तरह की अप्रिय घटना घटित न हो सके।

ये था मामला

फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ स्थित जिला जेल में मेरापुर थाना क्षेत्र निवासी संदीप हत्या के मामले में बंद था। हालत बिगडऩे पर उसे सैफई रेफर किया गया था। उसकी इलाज के दौरान डेंगू से मौत हो गई। कैदी की मौत के बाद साथियों ने बवाल कर दिया है। बंदियों के हमले से जेलर सहित 30 पुलिस कर्मी घायल हो गए।

जिला जेल में अलर्ट

घटना को देखते हुए चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में हाई सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है। मेरठ जिला कारागार में भी कई बार बवाल और जेल ब्रेक की घटनाएं सामने आ चुकी हैैं। पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए जेल प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। शासन के आदेश के बाद प्रदेश के अन्य जनपदों से हत्या के मामले में 24 कैदी ट्रांसफर होकर आए हैैं। जिन्हें कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक जेल स्टाफ के साथ ही कैदियों से मिलने वालों की कड़ी चेकिंग की जा रही है।

कम हैं पुलिसकर्मी

चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में वर्तमान में 525 दोष सिद्ध कैदी हैैं। जबकि 2275 अंडर ट्रायल पर हैैं। इन बंदी व कैदियों को 39 बैरकों में रखा गया है। जबकि जेल की क्षमता सिर्फ 1760 कैदियों की है। जेल में बंद सभी आरोपियों की निगरानी के लिए 126 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इन कैदियों में से 24 कैदी ऐसे हैैं। जो हत्याओं के मामले में शासन के आदेश पर प्रदेश की अन्य जनपदों से ट्रांसफर होकर आए हैैं।

वर्ष 2010 में बना इतिहास

वर्ष 2007 में चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में पूरे साल हंगामे होते रहे। 26 अक्टूबर 2007 को जेल में सुरंग की घटना प्रकाश में आई थी। 40 फीट लंबी सुरंग बनाने का मकसद भी एक साथ दर्जनों बंदियों की रिहाई की कोशिश थी। अगर एक दिन और देरी होती तो दर्जनों भाग जाते। इस घटना के बाद 20 जुलाई 2010 को जेल में एक साथ 9 बंदियों व कैदियों का भाग जाना इतिहास रहा।

धर्मांतरण पर भी हुआ था बवाल!

28 जून 2021 को मेरठ की एक जेल के भीतर धर्मांतरण के मामले ने भी खूब तूल पकड़ा था। 43 महीनों से जेल में सजा काट रहा ताराचंद जब जेल से बाहर निकला तो बढ़ी हुई दाढ़ी के साथ ही उसका नाम भी ताहिर हो चुका था। धर्मांतरण का आरोप लगने के बाद उसने साफ किया कि किसी ने भी धर्म बदलने के लिए उस पर दबाव नहीं बनाया था और न ही उसने धर्म बदला है। तब जाकर मामला शांत हुआ था।

फतेहगढ़ जेल में बवाल के बाद हाई सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है। जेल में आने-जाने वाली की कड़ी चेकिंग की जा रही है। इसमें स्टाफ भी शामिल किया गया है। शासन के आदेश पर बाहर से ट्रांसफर होकर आए 24 कैदी कड़ी निगरानी में रखे गए हैैं।

-राकेश कुमार, जेल अधीक्षक, चौधरी चरण सिंह जिला कारागार मेरठ