लॉकडाउन में नौकरी छूटी, तो शुरु किया इंडोर स्पो‌र्ट्स गुड्स का कारोबार

24 साल की उम्र में 25 लोगों को रोजगार दे रहे जैद सैफी

जिम करते-करते जिम को ही बनाया अपना बिजनेस स्टार्ट अप

Meerut। कोरोना काल में कई लोगों की जिंदगी में ऐसे बदलाव आए हैं, जिन्होंने उनकी जिंदगी का पूरा रुख ही मोड़ दिया। कुछ की नौकरी गई तो वह अपना शहर छोड़कर वापस गांव में बसने को मजबूर हो गए और कुछ की नौकरी गई तो उन्होंने निराश होने के बजाए इस परेशानी को ही अवसर में बदल दिया। ऐसा ही उदाहरण है मेरठ के 24 साल के युवा मो। जैद सैफी, जिनको कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। लेकिन जैद ने हिम्मत नही हारी और इंडोर स्पो‌र्ट्स गुडस इंडस्ट्रीज में अपना ही कारोबार शुरु कर दिया। आज लॉकडाउन के करीब 9 माह बाद जैद सफलता पूर्वक खुद की एक कंपनी चला रहे है। साथ ही दो दर्जन से अधिक लोगों को उन्होंने रोजगार भी दिया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मो। जैद से बात कर उनकी इस संघर्ष से सफलता तक की कहानी को उन्हीं की जुबान से जाना।

परिचय

मौ। जैद सैफी

उम्र

24 साल

लॉकडाउन से पहले नोएडा के निजी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर की जॉब

आज एस जेड एक्सपोर्ट कंपनी के सीईओ

स्टार्ट अप के तौर पर शुरु किया खुद का बिजनेस

कंपनी में 25 लेबर और जॉब वर्क कर्मचारी

सफलता के लिए आपदा में ही अवसर तलाशें : जैद सैफी

मार्च में लॉक डाउन से पहले मैं अपनी जॉब से पूरी तरह खुश था। नोएडा के एक प्राईवेट बैंक में एएसएम की जॉब थी। टारगेट बेस काम था, लेकिन कस्टमर डीलिंग का एक्सपर्ट होने के कारण जॉब अच्छी चल रही और सैलरी भी अच्छी थी। इस जॉब में आगे फ्यूचर भी सिक्योर दिख रहा था। परेशानी तब शुरु हुई जब मार्च में अचानक लॉक डाउन लगने के कारण नोएडा डेली अप-डाउन बंद हो गया। कस्टमर से संपर्क पूरी तरह टूट गया तो अप्रैल में कंपनी ने नोटिस दे दिया। टारगेट पूरा ना होने पर बैंक ने सैलरी कट करना शुरु कर दिया। अधिकतर एम्पलाई पर आधे से भी कम सैलरी पर काम का दबाव बनाया गया। मेरा काम ऑनलाइन घर से नहीं हो सकता था इसलिए जॉब से ही निकाल दिया गया। अचानक जॉब जाने के कारण कुछ दिन बहुत परेशानी हुई थोड़ी निराश भी हुई लेकिन आपदा में ही अवसर की तलाश के फॉर्मूले की तर्ज पर मैने अपना बिजनेस शुरु करने का मन बना लिया।

शौक को ही बनाया बिजनेस

मुझे कॉलेज के दिनों से ही जिम का शौक था, जो जॉब के दौरान भी जारी था। जब जॉब गई तो मेरे जिम के कुछ फ्रेंड ने मुझे इस काम की सलाह दी लेकिन मैने जिम ना खोलकर इंडोर स्पो‌र्ट्स गुड्स बनाने का फैसला लिया। एक नए स्टार्ट अप के तौर पर इंडोर स्पो‌र्ट्स गुड्स के बिजनेस को शुरु किया। जिम इक्यूपमेंट में क्या क्या बदलाव आज की डिमांड है उसकी मुझे जानकारी थी केवल मार्केट के लिए ऑनलाइन स्टडी की और फैमली और दोस्तों के सहयोग से रेंट पर गोदाम लेकर काम शुरु कर दिया।

ऑनलाइन तलाश किया नया ट्रेंड

आज हमारे शहर में सैकड़ों जिम गुड्स बनाने वाली कंपनी है। ऐसे में इस बिजनेस को शुरु करने से पहले मैने ऑनलाइन इंडोर स्पो‌र्ट्स गुड्स की डिमांड सप्लाई से जुडे़ सभी फैक्ट्स की स्टडी की। जो प्रैक्टिकल जानकारी मुझे चाहिए थी वह मेरे जिम के कोच व आर्नर से मिल गई। शुरुआत में काफी कम बजट से लिमिटेड डिजाइन के गुडस बनाना शुरु किया था। लेकिन अब अधिकतर सभी लेटेस्ट अपडेट के साथ जिम गुड्स तैयार किए जा रहे हैं। शुरुआत में मैने लोकल मार्केट में ही संपर्क कर उनके आर्डर पूरा करना शुरु किया था, लेकिन अब दूसरे स्टेट से डायरेक्ट आर्डर लेना शुरु कर दिया है। इसलिए अब काम धीरे धीरे बढ़ रहा है।

जॉब से ज्यादा मिल रही संतुष्टि

जैद ने बताया कि अगर लॉक डाउन नही लगता तो शायद मैं अपना काम कभी शुरु करता भी नहीं। जब जॉब कर रहा था तो पूरी तरह संतुष्ट था हां मन में एक बात थी कि कुछ समय बाद एक अपना बिजनेस भी शुरु करना है। लेकिन पक्का नही था, लेकिन लॉकडाउन ने वह अवसर भी तुरंत दे दिया। शुरुआत में कुछ परेशानी हुई लेकिन आज जॉब से अधिक संतुष्टि है कि मैं अब दूसरों को जॉब देने के काबिल बन गया हूं।