दूसरे दिन भी एसआईटी ने व्हाइट बिल्डिंग में की कर्मचारियों से पूछताछ

वीसी ने कहा, फोन पर बात करने से पहले कर्मचारियों को लेनी अनुमति

Meerut । करीब दो साल पहले एमबीबीएस की कॉपियों के अदला- बदली प्रकरण की जांच एसआइटी कर रही है। शुक्रवार को एक बार फिर एसआईटी ने सीसीएस यूनिवर्सिटी में पहुंचकर कर्मचारियों से पूछताछ की। दूसरे दिन भी एसआईटी ने कर्मचारियों से बातचीत कर उनसे बारीकियों के बारे में जानकारी ली। उत्तर पुस्तिका विभाग में जाकर परीक्षा केंद्र से कोई भी कॉपी यूनिवर्सिटी के मूल्यांकन केंद्र तक कैसे पहुंचती है। उसकी पूरी प्रक्रिया को एसआईटी ने जाना। एसआइटी ने शुक्रवार को कर्मचारियों के बयान लिए।

कर्मचारियों को बयान लिया था

एमबीबीएस प्रकरण में एसआइटी पिछले महीने नवंबर में भी आई थी और कर्मचारियों का बयान लिया था, एक बार फिर उत्तर पुस्तिका अनुभाग में 2015 से 2018 के बीच कार्यरत 31 कर्मचारियों से बयान लेने के लिए नोटिस दिया था। सभी कर्मचारियों को पहले लखनऊ आकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया था। लेकिन अब खुद एसआइटी मेरठ में आकर कर्मचारियों से बयान ले रही है। ऐसे में दूसरे दिन भी एसआईटी ने व्हाइट बिल्डिंग में कर्मचारियों से बात की व कॉपियों की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली।

न करें फोन पर बात

सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि व्हाइट बिल्डिंग के कर्मचारी अरशद के लखनऊ में फोन पर बात करने के बाद व एसआईटी के आने के मद्देनजर सीसीएस यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। एनके तनेजा ने कर्मचारियों के फोन पर बात करने पर रोक लगा दी है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कोई भी कर्मचारी बिना अनुमति के फोन पर बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहाकि जांच के समय में किसी से बात करने की अनुमति नहीं है। खासतौर पर फोन पर बात करने से मना किया गया है।

तो देना होगा जवाब

वीसी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर किसी कर्मचारी ने बिना अनुमति किसी से भी फोन पर बात की, तो उस कर्मचारी से इसका जवाब मांगा जाएगा। वहीं फोन पर बात करने वाले कर्मचारी से भी वीसी ने जवाब मांगा है। उनके मुताबिक जांच कांफिडेंशियल होती है। पारदर्शिता बनी रहे इसलिए सिर्फ ही जो पूछे उस पर बात करं,े बाहर किसी से बात नहीं करनी है।

चार साल का रिकॉर्ड मांगा

बीते दिनों परीक्षा समिति की बैठक में मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के 12 यूएफएम के स्टूडेंट का रिजल्ट रोका गया था। वे सभी नकल में पकड़े गए थे। अब कॉलेज के बीते चार साल के यूएफएम स्टूडेंट का रिकॉर्ड भी कॉलेज से मांगा गया है। अब छह अगस्त को होने वाली कार्यपरिषद की बैठक में इस मामले में ओर कार्रवाई भी हो सकती है उसकी उम्मीद जताई जा रही है।

शाम तक दर्ज किए बयान

यूनिवर्सिटी कैम्पस में आने वाले तीन दिन छुट्टी है ऐसे में टीम शुक्रवार को ही सभी के बयान निपटाने में जुटी थी, इसलिए देर शाम तक यूनिवर्सिटी ने कर्मचारियों के बयान लिए, व्हाइट हाउस में देर शाम तक कर्मचारियों के बयान व पूछताछ करती रही। एसआईटी अपने स्तर से हर चूक को खंगालने में जुटी है।