किसान विरोधी अध्यादेशों के खिलाफ किया प्रदर्शन

ट्रैक्टर, ट्रॉली लेकर कलक्ट्रेट में घुसे किसान, पुलिस से तकरार

Meerut सरकार की कृषि और युवा विरोधी नीतियों के विरोध में सोमवार को मेरठ और आसपास के जिलों में किसानों समेत युवाओं, छात्रों और सपाइयों, युवजन सभा कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट का घेराव कर हंगामा कर दिया। किसान और छात्र ट्रैक्टर लेकर सीधे कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी नही मानें और पुलिस से तीखी नोकझोंक व भिड़ंत भी हुई। इस दौरान प्रदर्शन में मौजूद लोकदल कार्यकर्ताओं व सपा कार्यकर्ताओं के बीच आपस में भी भिड़ंत हो गई। जैसे तैसे प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझा कर वापस भेज दिया।

कलक्ट्रेट में की तोड़फोड

केंद्र सरकार के तीन प्रस्तावों किसानों की बदहाली, रोजगार और आरक्षण आदि के मुददों पर सपा और रालोद कार्यकर्ताओं समेत जनपद के किसानों व छात्रों ने तय रणनीति के अनुसार कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ता ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर कलक्ट्रेट में घुस गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध जाहिर किया। हंगामे की सूचना पर कई थानों की पुलिसफोर्स मौके पर पहुंच गई और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी नही मानें और हंगामा करते हुए कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के अंदर कुíसयां भी तोड़ डाली। जैसे तैसे पुलिस प्रशासन ने धरना दे रहे किसान और छात्रों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया और हंगामे के बाद किसान वापस चले गए।

सपाइयों ने दिया ज्ञापन

इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों, नौजवानों और बेरोजगारों की लड़ाई लड़ रही है। अगर सरकार ने बहुत जल्द इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में सड़क से लेकर जेल तक आंदोलन करेगी। किसी भी तरह से समाजवादी पार्टी किसानों, नौजवानों और बेरोजगारों का शोषण नहीं होने देगी। इसके बाद सपा ने डीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन दिया। इस दौरान विपिन भड़ाना, राहुल वर्मा, राजीव विकल, राजदीप विकल, आकाश, अनुज अनजान, रितिक शर्मा, अरुण पाल, राहुल वर्मा, अमन जैन, दीपक गिरी, सम्राट मलिक, छात्र नेता प्रदीप कसाना, तरुण मलिक, सचिन चौधरी, धीरेंद्र बालियान, अनुराग चौधरी, भानु प्रताप, नरेश चौधरी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।

मीरपुर में महापंचायत

सपा नेताओं ने रविवार को गांव मीरपुर जखेड़ा में पंचायत करके मृतक के परिजनों को मुआवजा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की। मांगे पूरी नहीं होने पर 16 सितंबर को मीरपुर जखेड़ा में महापंचायत करने का एलान किया। इस दौरान अतुल प्रधान ने कहा कि भाजपा सरकार अपराध रोक पाने में नाकाम है। खुद भाजपा नेताओं का आपराधिक व्यक्तियों को संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है। जहरीली शराब पीने से मरे युवकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये मुआवजा मिलना चाहिए। दोषी आबकारी एवं पुलिसकíमयों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

युवजन सभा का धरना

इस दौरान युवजन सभा ने भी अपनी मांगों को लेकर कलक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। युवजन सभा ने मांग की कि बेहाल होते किसानों को कम दर पर खाद व बीज उपलब्ध कराया जाए और किसानों के बिजली बिल माफ किए जाएं। भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे किसानों को राहत दी जाए। युवजन सभा के जिला अध्यक्ष दीपक गिरी के नेतृत्व में डीएम के माध्यम से 5 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल को भेजा गया।

ये की गई मांगें

केंद्र सरकार द्वारा जारी तीनों समिति एक्ट एमआरपी को खत्म किया जाए

आवश्यक वस्तु अधिनियम और कॉन्ट्रेक्ट फाìमग अध्यादेश दोनों सदनों में व्यापक चर्चा के बाद लागू किया जाए

एमएसपी के लिए नया अध्यादेश लाया जाए, जिससे देश में कहीं भी कोई भी किसान सरकार द्वारा जारी न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे अपनी फसल न बेचे

कृषि यंत्र उर्वरक, कीटनाशक से जीएसटी खत्म हो

किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी हो

किसानों को सभी प्रकार के ऋण न्यूनतम तीन फीसद ब्याज पर मुहैया कराए जाएं।

तीनों अध्यादेश के मूल्यांकन का अधिकार प्रशासन की बजाय न्याय पालिका को मिले

बिजली का बिल कोरोना काल के कारण माफ किया जाए

प्राथमिक और उच्च शिक्षा के रिक्त पद भरे जाएं

पीएचसी से लेकर मेडिकल कॉलेज तक सभी पद भरे जाएं