-खाली जार का इस्तेमाल कर छात्रों ने साइकिल में दिखाया कमाल

-कुछ सुधारों के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में होगी मददगार साबित

Mundali : क्षेत्र के अटौला स्थित डीएम पब्लिक स्कूल के छात्रों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद करने के लिए नया फॉर्मूला इजाद किया है। इन छात्रों ने आर्किमिडीज के सिद्धांत पर आधारित पानी पर तैरने वाली साईकिल बनाई है, शनिवार को शफियाबाद लोटी के एक स्वीमिंग पूल में छात्रों ने इसका प्रदर्शन किया।

पानी पर तैरेगी साइकिल

अटौला स्थित डीएम पब्लिक स्कूल के छात्रों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ एवं जल भराव के दौरान बाढ़ पीडि़तों की मदद करने के लिए प्रयोग की जाने वाली साईकिल बनाई जो जमीन पर चलने के साथ बखूबी पानी पर तैर सकती है। इस साईकिल मॉडल को कक्षा 12 के छात्र प्रशांत चौधरी, भानु प्रताप, शौर्य त्यागी, अमन शर्मा, शुभम मवी, अंकुर शर्मा, विकास शर्मा, अर्चित चौधरी, निखिल चौधरी ने भौतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष योगेंद्र त्यागी के निर्देशन में तैयार किया है। योगेंद्र त्यागी ने बताया कि छात्रों ने पानी पर तैरने वाली इस साईकिल आर्किमिडीज के सिंद्धांत पर तैयार किया है।

खाली जारों का लिया सहारा

इस साइकिल को बनाने के लिए एक साधारण साईकिल में मामूली बदलाव किए तथा पाइपों की मदद से प्लाटिक के खाली जार को इसमें जोड़ दिया गया जिससे वह पानी पर तैर सके। शनिवार को स्कूल प्रबंधन द्वारा शफियाबाद लोटी के एक स्वीमिंग पूल में इसका प्रदर्शन किया गया। इसे तैयार करने वाले छात्रों ने बताया कि पानी पर तैरने साथ ही उसे मैदान पर चलाया जा सकता है। इसके लिए पहियों एवं जारों के बीच में ऊचाई का अंतर रखा गया है। जिससे जमीन पर चलने के दौरान जार मैदान की सतह से ऊपर रहें, और पानी पर तैरते समय जार पानी की सतह पर रहे और पहियों की एक तिहाई भाग पानी में डूबा रहे और वह पानी सके।

कुछ सुधार बाकि

स्कूल के प्रधानाचार्य जितेंद्र सिंह ने बताया कि छात्रों द्वारा तैयार की गई इस साईकिल में अभी कुछ सुधार किए जाने बाकी है जिसके बाद इसकी गति को बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर इस साईकिल को बहुत कम समय तथा घर में पड़े सामान की मदद से आसानी से तैयार कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में प्रयोग किया जा सकता है।